फोन की बैटरी बचाने के इन तरीको को आप भी मानते हैं सच!
आज तक आपने फोन चार्जिंग से जुड़े बहुत से टिप्स एंड ट्रिक्स पढ़ें होंगे लेकिन कभी यह जानने की कोशिश की है इनमें से कौन सी बातें सही है और कौन सी मात्र भ्रम है? आज आपको फोन चार्जिग से जुड़े 5 भ्रम या गलतफहमियां बताते हैं
आज तक आपने फोन चार्जिंग से जुड़े बहुत से टिप्स एंड ट्रिक्स पढ़ें होंगे लेकिन कभी यह जानने की कोशिश की है इनमें से कौन सी बातें सही है और कौन सी मात्र भ्रम है? आज आपको फोन चार्जिग से जुड़े 5 भ्रम या गलतफहमियां बताते हैं। हो सकता है आज तक आप भी इन गलतफहमियों का शिकार रहे हो:
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गलतफहमी 1. चार्जिंग के समय फोन का इस्तेमाल नहीं करें
सच: ऐसा कुछ नहीं है। आप चार्जिंग के समय भी फोन इस्तेमाल कर सकते है बशर्तें वह कोई संदेहास्पद सा थर्ड पार्टी चार्जर न हो।
दरअसल कुछ लोगों को लगता है कि चार्जिंग के समय फोन का प्रयोग करने से करंट लग जाएगा या बैटरी फट सकती है। ऐसा दरअसल 2013 में हुआ था, इसमें एक चाइनीज फ्लाइट अटेंडेंट मा आइलुन अपना आईफोन 4 चार्जिंग के समय यूज कर रही थी। वैसे रिपोर्ट्स के अनुसार पता चला था कि ऐसा होने का कारण यह था कि आइलुन एपल का असली चार्जर नहीं बल्कि एक थर्ड पार्टी चार्जर का यूज कर रही थी। यदि आप निर्माता द्वारा अप्रूव चार्जर इस्तेमाल करेंगे तो ऐसी परेशानी कभी नहीं होगी।
गलतफहमी2: फोन पूरी रात चार्ज करने से बैटरी होती है खराब
सच: दरअसल आपका स्मार्टफोन बहुत स्मार्ट है। जब इसकी बैटरी फुल हो जाती है तो यह अपनेआप चार्जिंग बंद कर देता है यानि बैटरी का इस्तेमाल ही नहीं होता।
आपके फोन की बैटरी लाइफ दुरुस्त तब रहेगी जब आप फोन को 40% से 80% तक चार्ज करके रखें और इसलिए जहां तक संभव हो फोन को पूरी रात चार्जिंग पर लगाकर न रखें।
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गलतफहमी 3: बैटरी 0% होने पर करें चार्ज
सच: फोन को 0% होने पर चार्ज करने से बढिया है कि आप उसे रोजाना चार्ज करें।
एपल और सैमसंग के प्रोडक्ट्स में प्रयोग होने वाली बैटरियां जैसे- लिथियम आयन बैटरी, जब तक चार्ज रहती है तब कर अच्छी चलती रहती है, लेकिन अगर आप फोन की बैटरी 0% बार बार कर देते हैं तो वह अस्थायी हो जाती है। उनकी क्षमता प्रभावित होने लगती है। प्रत्येक बैटरी के चार्ज साइकल तय होते हैं और जब बैटरी 0 होती है तो उसका एक साइकल खत्म हो जाता है।
गलतफहमी4: फोन को कभी बंद न करें
सच: बेशक फोन एक मशीन है लेकिन आराम की जरुरत इसे भी होती है। एपल के एक विशेषज्ञ ने कहा था कि फोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने के लिए उसे समय-समय पर बंद कर देना चाहिए।
एपल के विशेषज्ञों के अनुसार, सप्ताह में कम से कम एक बार तो फोन को बंद करके रखना ही चाहिए, इससे बैटरी बचती है। यही बात एंड्रायड फोन्स पर भी लागू होती है। रीबूट से आप अपने फोन की बैटरी लाइफ को
रीस्टोर कर सकते है।
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गलतफहमी5: दूसरे ब्रैंड का चार्जर यूज करने से बैटरी खराब होती है
सच: दूसरे ब्रैंड के चार्जर अगर बहुत स्पेशल न हो, तो उनका इस्तेमाल ठीक रहता है।बाजार में बिकने वाले नकली चार्जर्स से दूर रहने में ही भलाई है।
सस्ते या फिर नकली चार्जर इस्तेमाल करने से बैटरी की क्षमता प्रभावित होती है। उनकी जगह सस्ते में ऑफब्रैंड चार्जर खरीद सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि उन्हें बेल्किन और केएमएस जैसे वैलिड रिटेलर्स ने बनाया हो।