ट्विटर ने Safe Search फीचर के साथ ऑनलाइन Abuse के खिलाफ उठाया बड़ा कदम, और भी हैं प्लान
ट्विटर कुछ और नए परिवर्तन के साथ आया है जिसमे नए एब्यूसिव अकाउंट नहीं बन पाएंगे, सर्च रिजल्ट और अधिक सुरक्षित होगा और लो-क्वालिटी ट्वीट्स को हटाया जा सकेगा
नई दिल्ली। ऑनलाइन अपशब्दों के इस्तेमाल के खिलाफ ट्विटर अपने प्लेटफार्म पर कुछ महत्वपूर्ण अप्डेट्स लेकर आ रहा है। पिछले हफ्ते ट्विटर ने अपने प्लेटफार्म पर ऐसा अपडेट किया है जिसके अन्तर्गत जिन ट्वीट्स में यूजर का नाम है उसे तब भी रिपोर्ट किया जा सकता है जब ऑथर ने यूजर को ब्लॉक किया हो। अब ट्विटर कुछ और नए परिवर्तन के साथ आया है जिसमे नए एब्यूसिव अकाउंट नहीं बन पाएंगे, सर्च रिजल्ट और अधिक सुरक्षित होगा और लो-क्वालिटी ट्वीट्स को हटाया जा सकेगा। ट्विटर के इंजीनियरिंग VP के अनुसार उनका मुख्य लक्ष्य ट्विटर को एक सुरक्षित प्लेटफार्म बनाना है।
ट्विटर उन लोगों को ढूंढेगा, जिन्हें स्थायी रूप से सस्पेंड किया जा चुका है और उन्हें नए अकाउंट बनाने से रोका जाएगा। ट्विटर द्वारा ये कदम खासतौर से उन अकाउंट्स को लक्ष्य करने के लिए उठाया गया है जो अन्य यूजर्स को परेशान करने के लिए बनाये जाते हैं। ट्विटर का नया सेफ सर्च फीचर सेंसिटिव कंटेंट को हटा देता है। यह ब्लॉक्ड और म्यूट हुए अकाउंट्स के ट्वीट भी सर्च रिजल्ट से हटा देगा। इसका मतलब ट्वीट्स सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर तो उपलब्ध होंगे पर सर्च रिजल्ट में नजर नहीं आएंगे। कंपनी का कहना है की वह लो-क्वालिटी रिप्लाई को खोजने और उसे हटाने पर कार्य कर रही है। ट्विटर पर यह बदलाव आने वाले दो हफ्तों में नजर आने लगेंगे।
ऑनलाइन उत्पीड़न के लिए ट्विटर को एक लंबे समय से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने पिछले साल नवंबर से नोटिफिकेशन म्यूट करने का फीचर लाकर पहली बार इसके खिलाफ कदम उठाया। कंपनी का यह मानती है की इन बदलावों के साथ रातों-रात ऑनलाइन एब्यूज खत्म नहीं हो जाएगा। इसके बजाय कंपनी लगातार अप्डेट्स लेकर आती रहेगी, ताकि इसे एक सार्थक प्रगति कहा जा सके। ट्विटर ने आने वाले हफ़्तों में कई और अप्डेट्स भी प्लान किये हैं। कंपनी का कहना है की वह इसी तेजी से अपने प्लेटफार्म पर अप्डेट्स लाते रहेंगे, जब तक यूजर्स को ट्विटर में सार्थक बदलाव महसूस न हो।