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इस साल लॉन्च होने वाले स्मार्टफोन में Aarogya Setu ऐप हो सकता है प्री-इंस्टाल

Aarogya Setu कोरोनावायरस ट्रैकर ऐप को इस साल लॉन्च होने वाले स्मार्टफोन में प्री-इंस्टाल किया जा सकता है ताकि लोग इस ऐप को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर सके।

By Harshit HarshEdited By: Published: Thu, 30 Apr 2020 11:25 AM (IST)Updated: Thu, 30 Apr 2020 11:35 AM (IST)
इस साल लॉन्च होने वाले स्मार्टफोन में Aarogya Setu ऐप हो सकता है प्री-इंस्टाल

नई दिल्ली, टेक डेस्क। Aarogya Setu कोरोनावायरस ट्रैकिंग ऐप को 2 अप्रैल को सरकार द्वारा लॉन्च किया गया है। इस ऐप को अब तक करीब 8 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपने स्मार्टफोन में इंस्टाल किया है। लॉन्च के महज कुछ दिनों में ही ये ऐप काफी लोकप्रिय हो गया है। केन्द्र सरकार द्वारा लॉन्च किए गए ऐप को भारत ही नहीं दुनिया के अन्य देशों में भी सराहा जा रहा है। Microsoft के को-फाउंडर रहे बिल गेट्स ने भी केन्द्र सरकार द्वारा लॉन्च किए गए इस कोरोनावायरस ट्रैकिंग ऐप की सराहना की है।

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इस ऐप को इस साल लॉन्च होने वाले स्मार्टफोन में प्री-इंस्टाल किया जा सकता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर सके। इस ऐप की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि ये ऐप इस साल सबसे तेजी से डाउनलोड किए जाने वाले ऐप में शामिल हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सरकार स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों को इस ऐप को अपने डिवाइस में प्री-इंस्टाल करने को कह सकती है। आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से कोरोनावायरस महामारी की वजह से स्मार्टफोन्स की प्रोडक्शन से लेकर सप्लाई चेन भी बाधित हुई है। जल्द ही स्मार्टफोन के प्रोडक्शन और सप्लाई चेन को फिर से शुरू किया जा सकता है। ऐसे में सरकार स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों को Aarogya Setu को प्री-इंस्टाल करने को कह सकती है।

Aarogya Setu क्यों है जरूरी?

Aarogya Setu कोरोनावायरस ट्रैकिंग ऐप ब्लूटूथ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और GPS के जरिए ये ट्रैक करता है कि यूजर कोरोनावायरस से सुरक्षित है या नहीं। इस ऐप को इंस्टाल करने के बाद यूजर्स को अपनी निजी जानकारियां जैसे कि नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करना होता है। इसके बाद ऐप को इस्तेमाल करने के लिए यूजर से कुछ सवाल पूछे जाते हैं। इन सवालों के सही जबाब देने पर ये ऐप आपको बताता है कि आप कोरोनावायरस से सुरक्षित हैं कि नहीं। अगर, किसी यूजर ने खांसी, बुखार आदि के बारे में इस ऐप में जानकारी दर्ज की है तो उसे सरकार द्वारा संपर्क किया जाता है और उचित सलाह दिया जाता है। सरकार जल्द ही इस ऐप को फीचर फोन यूजर्स के लिए भी रोल आउट करने की तैयारी में है। 


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