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Shani ki Sade Sati: शनि की साढ़ेसाती का इन तीन राशियों पर नहीं पड़ता अधिक प्रभाव

Shani ki Sade Sati ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जिस जातक की कुंडली में शनि की अशुभ दृष्टि होती है। उन्हें कई प्रकार के चीजों का समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। लेकिन कुछ राशियों पर शनि की कुदृष्टि नहीं होती है। आइए जानते हैं-

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraPublished: Sun, 21 May 2023 01:31 PM (IST)Updated: Sun, 21 May 2023 01:31 PM (IST)
Shani ki Sade Sati: शनि देव की प्रिय हैं यह तीन राशियां।

नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Shani ki Sade Sati: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शनि देव न्याय के देवता हैं। ऐसा इसलिए जातकों को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। जिस जातक की कुंडली में शनि शुभ स्थिति में होते हैं, उन्हें कई प्रकार के सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। वहीं जिस जातक की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या महादशा का प्रभाव पड़ता है, उन्हें मानसिक, शारीरिक व आर्थिक रूप से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शनि सबसे धीमी गति में चलते हैं। उन्हें एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए ढाई साल का समय लगता है। इस दौरान शनि कई प्रकार से अपनी चाल बदलते हैं। लेकिन इनका प्रभाव तीन राशियों पर बहुत कम पड़ता है। बता दें कि शनि देव के 3 प्रिय राशियां हैं, जिनपर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव बहुत हद तक कम पड़ता है। आइए जानते हैं, किन राशियों पर पड़ता है शनि की साढ़ेसाती का कम प्रभाव।

ये हैं शनि देव की प्रिय राशियां

ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, शनि देव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं और शनि की उच्च राशि तुला है। ऐसे में इन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव बहुत कम पड़ता है।

इस स्थिति में शुभ मानी जाती है शनि की साढ़ेसाती

  • ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जिस जातक की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और उसमें शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। ऐसी स्थिति में शनि का नकारात्मक प्रभाव कम पड़ता है। इस अवस्था में शनि की साढ़ेसाती बहुत फलदाई साबित होती है।

  • किसी जातक की कुंडली में यदि शनि तीसरे, छठे, आठवें या बारहवें भाव में होते हैं तो ऐसी स्थिति में शनि की दृष्टि कमजोर होती है और ऐसे में इन राशियों पर शनि के अशुभ प्रभावों का सामना नहीं करना पड़ता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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