नई दिल्ली, Weekly Vrat Tyohar 28 November To 4 December 2022: मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के साथ नए सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। इस सप्ताह की शुरुआत मे ही विवाह पंचमी का पावन व्रत पड़ रहा है। इसके साथ ही इस सप्ताह का अंत मोक्षदा एकादशी, चंपा षष्ठी जैसे पर्व के साथ हो रहा है। जानिए हिंदी पंचांग के अनुसार इस सप्ताह पड़ने वाले सभी व्रत त्योहार के बारे में ।
28 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 तक के व्रत त्योहार
28 नवंबर, सोमवार: विवाह पंचमी
इस सप्ताह की शुरुआत विवाह पंचमी के साथ हो रही है। पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी का व्रत रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, माना जाता है कि इस दिन दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। इसी कारण इस दिन विवाह जैसे मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है। इस दिन माता सीता और राम जी की पूजा करने से सुख समृद्धि आती है और वैवाहिक जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही इसी दिन गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामायण का अवधी संस्करण पूरा किया था। इस पर्व पर अयोध्या और नेपाल में विशेष आयोजन किया जाता है।
29 नवंबर, मंगलवार: चंपा षष्ठी
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को चंपा षष्ठी का व्रत रखा जाता की। इस दिन भगवान शिव के साथ उनके भगवान कार्तिकेय की पूजा करने का विधान है। ये व्रत मुख्यत: महाराष्ट्र और कर्नाटक में मनाया जाता है। इस व्रत की लेकर मान्यता है कि इसे रखने से हर पाप से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही सुख समृद्धि, सौभाग्य और खुशहाली की प्राप्ति होती है।
दिसंबर 2022, शनिवार- मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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