Shani Jayanti 2019: पूजा-अर्चना की संपूर्ण विधि, दुर्घटना, गंभीर रोग, अकाल मृत्यु जैसी समस्याओं से रहेंगे मुक्त
Shani Jayanti 2019 शनि जयंती 03 जून को यानी आज मनाई जा रही है यह हर वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस तिथि को शनिदेव जी का जन्म हुआ था।
Shani Jayanti 2019: शनि जयंती 03 जून को यानी आज मनाई जा रही है, यह हर वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस तिथि को शनिदेव जी का जन्म हुआ था। इस दिन अगर हम विधि विधान से पूजा अर्चना करें तो शनिदेव जल्द प्रसन्न होंगे और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करेंगे। ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा जी आज हमें बता रहे हैं कि शनि जयंती के दिन कैसे पूजा-अर्चना करनी चाहिए ताकि शनिदेव से मनोवांछित फल की प्राप्ति की जा सकें।
शनिदेव की पूजा विधि
शनि जयंती के दिन सूर्यास्त के बाद शाम के समय स्नान करें और हरड़ का तेल शरीर पर लगाएं। इसके बाद पश्चिम दिशा में एक चौकी रखकर उस पर काला वस्त्र बिछाएं, श्याम रंग के नीले लाजवंती फूल और पीपल के पत्तों के बीच शनि यंत्र स्थापित करें।
इसके पश्चात सरसों के तेल का दीपक और धूप जलाएं। नैवेद्य चढ़ाने के लिए काले उड़द का हल्वा, काले तिल वाले लड्डू, अक्षत, गंगाजल, बिल्ब पत्र, काले रंग के फूल आदि रखें। चौकी के चारों ओर तिल के तेल से भरी कटोरियां रखें। इसमें काले तिल के दाने, एक सिक्का, एक पंचमुखी रूद्राक्ष डालें।
शनि जयंती पर जानें कैसे पाएं साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति, व्रत, दान और हवन उपाय
शनि मंत्रों का जाप, साधना आदि करने के बाद 7 या 11 शनिवार को इन कटोरियों में अपने चेहरे की छाया देखें। इसके बाद शनिदेव जी के स्मरण के साथ शनि के दान लेने वालों को ये चीजें दान कर दें।
इस प्रकार पूजा अर्चना करने से दुर्घटना, गंभीर रोग, अकाल मृत्यु, शास्त्रघात से शनिदेव जी मुक्त रखते हैं।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप