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Masik Krishna Janmashtami 2024: इस योग में करें भगवान श्रीकृष्ण की पूजा, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम

यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण संग राधा रानी की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि भगवान श्रीकृष्ण के शरणागत रहने वाले साधक को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक और आध्यात्मिक सुखों की प्राप्ति होती है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Tue, 30 Apr 2024 05:26 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2024 05:26 PM (IST)
Masik Krishna Janmashtami 2024: इस योग में करें जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण की पूजा

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Masik Krishna Janmashtami 2024: सनातन पंचांग के अनुसार, 01 मई को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। शास्त्रों में निहित है कि भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण हुआ है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण संग राधा रानी की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि भगवान श्रीकृष्ण के शरणागत रहने वाले साधक को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक और आध्यात्मिक सुखों की प्राप्ति होती है। अगर आप भी अपने जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन इस शुभ योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें।

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योग

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर दुर्लभ शुक्ल योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 08 बजकर 03 मिनट से हो रहा है। साधक शुक्ल योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-उपासना कर सकते हैं। इस योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। साथ ही सभी बिगड़े काम बन जाएंगे।

पूजा हेतु शुभ समय

ज्योतिषियों की मानें तो 01 मई को देर रात 11 बजकर 56 मिनट से लेकर 02 मई को 12 बजकर 39 मिनट तक पूजा का शुभ समय है। साधक निशा काल में आचमन कर अपने आप को शुद्ध कर लें। इसके बाद पंचोपचार कर जगत के पालनहार की पूजा-उपासना करें। इस समय कृष्ण और राधा चालीसा का पाठ और मंत्रों का जप करें। अंत में आरती कर भगवान श्रीकृष्ण से सुख-समृद्धि की कामना करें। इसके बाद फलाहार करें।

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डिसक्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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