नाबालिग से छेड़छाड़ और अपहरण के मामले में दो सरकारी कर्मचारी हिरासत में
झुंझुनूं में नाबालिग से छेड़छाड़ करने अौर अपहरण के प्रयास करने में पुलिस ने दो सरकारी कर्मचारियों को हिरासत में लिया है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के झुंझुनूं में पुलिस ने दो ऐसे सरकारी कर्मचारियों को पकड़ा है जो एक नाबालिग से छेड़छाड़ करते थे और इन्होंने उसके अपहरण का भी प्रयास किया। ये कर्मचारी झुंझनूं के मलसीसर उपखंड कार्यालय सरकारी बाबू है। इनमें एक का नाम अमित कुमार औश्र दूसरे का प्रवीण कुमार है। दोनों को शराब पीकर कार्यालय आने के कारण तीन दिन पहले जिला कलक्टर ने सस्पेंड भी कर दिया था।
पुलिस ने बताया कि पीडि़ता ने 12 दिसम्बर को दो युवकों के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया था कार सवार दो युवकों ने उस से छेड़छाड़ की और उसके अपहरण का प्रयास भी किया। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो वारदात करने वाले दो सरकारी कर्मचारी अमित कुमार और प्रवीण कुमार निकले। इस घटना से पहले इसी दिन ये दोनों शराब पीकर कार्यालय पहुंचे थे। इस पर मलसीसर एसडीएम ने जिला कलेक्टर को रिपोर्ट भेजी थी कि ये दोनों कार्यालय में शराब पीकर आए और उपस्थिति रजिस्टर पर साइन कर चले गए। एसडीएम की रिपोर्ट के बाद जिला कलक्टर रवि जैन ने दोनों को सस्पेंड कर दिया था। पुलिस अब दोनों से पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है झुंझुनूं में ही हाल में सैनिक स्कूल केएक शिक्षक पर एक दर्जन बच्चों से कुकर्म का मामला भी सामने आया था। इस मामले की जांच भी अभी चल रही है।
पांच बच्चों को छोड़कर गई मां, पिता ने लगाई फांसी
राजस्थान के बारां में एक महिला अपने पांच बच्चों को छोड़कर अपने भाई के घर रहने चली गई। इससे दुखी होकर उसके पति ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। यह मामला जिले के केलवाड़ा थाना क्षेत्र का है। बताते हैं कि घरेलू कलह के चलते पति प्रताप सहरिया काफी तनाव में रहता थ। प्रताप सहरिया 5-6 दिन पहले अपनी पत्नी व 5 बच्चों के साथ केलवाड़ा रहने आया था। इस बीच उसकी पत्नी मीरा सहरिया अपने भाई बुद्धा सहरिया के यहां कुंदा गांव चली गई।
इस बीच प्रताप अपने पांचों बच्चों के साथ दो दिन पहले किले के सामने बने नए सरकारी भवन में रहने लगा। शुक्रवार को वह अपनी पत्नी को लाने के लिए रिपोर्ट लिखाने पुलिस थाने भी गया था, लेकिन रात को बच्चों को छोड़कर रामकुमार राठौर के खेत में जा पहुंचा और पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बच्चे बदहाल अवस्था में एक सरकारी भवन में मिले। ये सभी रात से अपने गायब पिता को ढूंढ रहे थे। मोहल्ले के लोगों ने उन बच्चों के खाने-पीने और सर्दी में ओढऩे-बिछाने के लिए बिस्तर दिया। सुंडा गांव से आए मृतक के भाई अशोक सहरिया की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
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