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सत्याग्रह में भीड़ न जुटने पर पीसीसी चीफ डोटासरा हुए नाराज, कहा- लानत है ऐसी राजनीति पर...

राजस्थान में कांग्रेस संगठन के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने वाले पदाधिकारियों को पदों से हटाया जाएगा। साथ ही अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों विधायकों एवं बोर्ड व निगमों के अध्यक्षों को संगठन के कार्यक्रमों को गंभीरता से लेने के लिए कहा गया है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi AvinashPublished: Tue, 28 Mar 2023 02:58 PM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2023 02:58 PM (IST)
सत्याग्रह में भीड़ न जुटने पर पीसीसी चीफ डोटासरा हुए नाराज, कहा- लानत है ऐसी राजनीति पर...
सत्याग्रह में भीड़ न जुटने पर पीसीसी चीफ डोटासरा हुए नाराज, कहा- लानत है ऐसी राजनीति पर...

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कांग्रेस संगठन के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने वाले पदाधिकारियों को पदों से हटाया जाएगा। साथ ही अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों, विधायकों एवं बोर्ड व निगमों के अध्यक्षों को संगठन के कार्यक्रमों को गंभीरता से लेने के लिए कहा गया है।

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कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने जताई नाराजगी

कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने वाले नेताओं के प्रति नाराजगी जताते हुए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अब पार्टी के लिए काम करने वालों को ही पदों पर रहने दिया जाएगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता खत्म किए जाने के बाद हो रहे धरने-प्रदर्शनों से दूर रहने वाले नेताओं पर नाराजगी जताते हुए डोटासरा ने कहा, लानत है ऐसी राजनीति पर जो केवल दिखावे के लिए की जाती है।

सत्याग्रह में भीड़ नहीं जुटने से नाराज डोटासरा

दरअसल, 26 मार्च को राहुल के समर्थन में कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर जिला मुख्यालयों पर धरने-प्रदर्शन आयोजित किए गए थे। जिन्हे सत्याग्रह का नाम दिया गया था। जयपुर में हुए सत्याग्रह में डोटासरा खुद शामिल हुए थे। जयपुर सहित पूरे प्रदेश में सत्याग्रह में भीड़ नहीं जुटने, कई जिलों में विधायकों के नहीं पहुंचने की जानकारी मिली तो डोटासरा नाराज हो गए। अब उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने हमें पहचान दी, पद दिए उसी के नेता राहुल की लोकसभा से सदस्यता खत्म की जा रही है तो हमारे नेताओं का खून नहीं खौल रहा है।

नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यक्ता

नेता धरने-प्रदर्शनों में कुछ देर शामिल होकर औपचारिकता पूरी कर रहे हैं। डोटासरा ने कहा, जो नेता एसी में बैठकर टीवी देखते हैं, उनकी हमें आवश्यक्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग आंदोलन नहीं कर सके, वे पदों से अपनी छुट्टी मानें और नये लोगों को काम करने का मौका दें।

डोटासरा ने मंगलवार को प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंघावा के समक्ष भी ऐसे नेताओं के प्रति नाराजगी जताते हुए इनके खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यक्ता बताई है। जानकारी के अनुसार रंधावा ने तय कार्यक्रमों से दूर रहने वाले पदाधिकारियों, मंत्रियों व विधायकों की डोटासरा से सूची मांगी है।


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