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Rajasthan: अरुण सिंह बोले, गहलोत सरकार ने लूट मचा रखी है

Rajasthan अरुण सिंह ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। अरुण सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार ने लूट मचा रखी है। बजरी और भूमाफिया से लेकर सभी तरह के माफिया सक्रिय हैं। सरकार ने सबको लूटने की छूट दे रखी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 07 Aug 2021 05:58 PM (IST)Updated: Sat, 07 Aug 2021 06:30 PM (IST)
अरुण सिंह बोले, गहलोत सरकार ने लूट मचा रखी है। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। अरुण सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार ने लूट मचा रखी है। बजरी और भूमाफिया से लेकर सभी तरह के माफिया सक्रिय हैं। सरकार ने सबको लूटने की छूट दे रखी है। मंत्रियों में आपसी फूट है। सिंह शनिवार को जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को जनता की कोई चिंता नहीं है। मुख्यमंत्री घर से निकलते नहीं हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि आठ माह से कोई मुख्यमंत्री अपने घर से नहीं निकला हो। गहलोत सरकार बचाने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार को अलग-अलग तरह से संजीवनी देने का प्रयास कर रहे हैं।

उनके मुताबिक, पहले छह जिलों में पंचायत चुनाव करवाए गए, अब फिर छह जिलों में चुनाव की घोषणा कर दी गई। इससे पहले कोरोना का बहाना लेकर सीएम ने मंत्रिमंडल विस्तार टाला था। राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होने की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि जब कर्नाटक में पूरा मंत्रिमंडल बन सकता है तो राजस्थान में फेरबदल क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की नीयत साफ नहीं है। नीयत अच्छी नहीं है तो नीति में भी खोट है। जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। विधायकों ने लूट मचा रखी है, लेकिन आम जनता के काम नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए जनजागरण अभियान चलाएंगे।

नेतृत्व का फैसला संसदीय बोर्ड करेगा

राज्य भाजपा में नेतृत्व के संकट और आगामी विधानसभा चुनाव में किसी नेता की अगुवाई में चुनाव लड़ने के सवाल पर अरुण सिंह ने कहा कि यह तय करने का काम संसदीय बोर्ड का है। संसदीय बोर्ड तय करेगा कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ी जाएगा या फिर एक ही चेहरा आगे किया जाएगा। हर राज्य की परिस्थिति अलग-अलग है, उसी के हिसाब से चुनाव अभियान को लेकर निर्णय किया जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को साइडलाइन किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सभी बैठकों में शामिल हो रही हैं। किसी को कोई दिक्कत होती है तो हम समझा लेते हैं। राष्ट्रीय नेतृत्व का सबसे संवाद है।

संगठन की मजबूती पर जोर

अरुण सिंह ने यहां पार्टी की निचली इकाई मंडलों को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने यहां मंडल सशक्तीकरण कार्यशाला में कहा कि मौजूदा सरकार के खिलाफ सबको एकजुट होकर संघर्ष करना चाहिए। मंडल स्तर के कार्यकर्ताओं से नेताओं का लगातार संपर्क रहना चाहिए। कार्यशाला में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर सहित कई नेताओं ने वरिष्ठ संबोधित किया।


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