बातों से नहीं काम करने से ही मिल सकेंगे पदक : मिल्खा सिंह
मिल्खा सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार 2020 टोक्यो ओलंपिक में अधिक पदक लाने के दावे कर रही है, लेकिन केवल बातों से यह नहीं होगा। खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देना होगा।
पटियाला (प्रदीप शाही)। पद्मश्री मिल्खा सिंह ने कहा कि बॉलीवुड ने प्रसिद्ध खिलाड़ियों की बायोपिक बनाकर बेहतरीन शुरुआत की है। मुझ पर, मुक्केबाज मेरीकॉम और क्रिकेटर एमएस धौनी पर बनाई फिल्मों को दर्शकों ने बेहद पसंद किया है। खेलों में नाम रोशन करने वाले खिलाडि़यों के जीवन पर अधिक से अधिक फिल्में बननी चाहिएं, ताकि युवा खिलाड़ी उनसे प्रेरणा लेकर शानदार प्रदर्शन कर सकें।
वाइपीएस स्कूल के वार्षिक खेल समारोह में पहुंचे मिल्खा सिंह ने कहा कि हमारे युवा कम मेहनत में बेहतर परिणाम की कल्पना करते हैं, जबकि सच्चाई यही है कि मेहनत के बिना कोई भी मुकाम हासिल नहीं किया जा सकता। हर प्रसिद्ध खिलाड़ी कड़ी मेहनत के बल पर ऊंचा स्थान हासिल करता है। बायोपिक से वह सच्चाई भी सामने आ जाती है। इससे युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलती है।
फ्लाइंग सिख के नाम से प्रसिद्ध मिल्खा सिंह ने कहा कि खेल को बढ़ावा देने की बेहद जरूरत है। युवाओं में प्रतिभा भी है, जरूरत सिर्फ निखारने की है। केंद्र सरकार 2020 टोक्यो ओलंपिक में अधिक पदक लाने के दावे कर रही है, लेकिन मेरा मानना है कि केवल बातों से यह नहीं होगा। इसके लिए खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देना होगा। कांट्रेक्ट पर कोच नियुक्त कर उनक जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) को भी ठोस कदम उठाने होंगे।
पैरा-ओलंपिक में खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन पर मिल्खा सिंह ने कहा कि जब तक खिलाड़ी में कुछ कर दिखाने का जुनून नहीं होगा तब तक पदक की उम्मीद बेमानी है। खिलाडिय़ों को पदक लाने के बाद नहीं, बल्कि पहले सम्मान देने के बारे में सोचना होगा।