पटियाला के नाभा जेल में मिलीं कई खामियां, चंडीगढ़ की टीम ने की जांच
नाभा जेल में कई खामियां उजागर हुई हैं। चंडीगढ़ से आई विशेष टीम ने जेल के निरीक्षण में कई खामियां पाई हैं। जेल पर हमला कर दो आतंकियों व चार गैंगस्टरों को भगा लिया गया था।
जेएनएन, नाभा (पटियाला)। यहां कि मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में कई खामियां पाई गई हैं। जेल पर हमला कर दो खूंखार आंतकवादियों व चार गैंगस्टरों को भगाने की घटना के बाद यहां की सुरक्षा व्यवस्था की जांच में ये खामियां सामने अाई हैं। इसकी जांच चंडीगढ़ से एक टीम ने की।
जांच टीम एडीजीपी (लॉ एंड आर्डर) के निर्देश आई थी। डीएसपी हेमंत शर्मा व डीएसपी वरुण शर्मा की देखरेख में टीम ने जेल के भीतरी हिस्से सहित बाहरी चारदीवारी का बारीकी से निरिक्षण किया। अधिकारियों ने इस बात का भी जायजा लिया कि किन कमियों के कारण जेल ब्रेक जैसी घटना घटी है।
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इस दौरान जांच टीम ने पत्रकारों से दूरी बनाए रखी व किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इन्कार कर दिया। टीम के सदस्यों का कहना था कि वे अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट देंगे। जांच टीम में शामिल अधिकारियों का कहना था कि इस जांच का उद्देश्य कमियों का पता लगाकर जेल की सुरक्षा प्रबंध बेहतर बनाना है।
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जानकारी के अनुसार इस जेल में 197 जेल वार्डनों की मंजूरी है, लेकिन 128 वार्डनों की कमी है और कुछ अन्य ड्यूटियों के कारण करीब 50 कर्मी ही ड्यूटी पर रहते हैं। यह संख्या जेल की सुरक्षा के लिहाज से बहुत कम हैं। उनके साथ जेल में निजी कंपनी के कुछ पूर्व सैनिक ड्यूटी दे रहे हैं, जिन्हें जेल नियमों की अधिक जानकारी नहीं है। हालांकि, अब पुलिस ने 62 नए कर्मचारी जिले की चार जेलों में बढ़ाए हैं।
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बता दें कि इस जेल में 27 नवंबर को कुछ हमलावरों ने हथियारों के बल पर खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के मुखिया हरमिंदर सिंह मिंटू सहित दो खूंखार आंतकवादियों और चार गैंगस्टरों को छुड़वाकर ले गए थे। हमले के बाद जेल में लगे जैमरों को अब तक अपडेट नहीं किया गया है ।
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जेल के जैमर 4जी नेटवर्क को जाम करने में असफल साबित हो रहे हैं । पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश ङ्क्षसह बादल द्वारा भेजी गई एक करोड़ रुपयों की ग्रांट से वर्ष 2012 में जेल में जैमर लगाए गए थे, जो 3जी नेटवर्क को जाम करने की क्षमता तो रखते थे, लेकिन अब 4जी नेटवर्क काम कर रहा है।
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