SYL पर 'आप' ने दिया कपूरी में धरना, जालंधर में कांग्रेस पार्षदों का इस्तीफा
एसवाइएल के विरोध में आप कपूरी में धरने पर बैठी है। उधर, जालंधर ने में कांग्रेस के पार्षदों ने इस्तीफा देकर एसवाएल के खिलाफ विरोध जताया।
जेएनएन, पटियाला। एसवाइएल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पंजाब की राजनीति में भूचाल आ गया है। हर राजनीतिक दल इसे मुद्दा बनाकर चुनावी वैतरणी पार करने के लिए प्रयास कर रहा है। आम आदमी पार्टी के नेता जहां पटियाला के कपूरी में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैैं वहीं जालंधर में कांग्रेस के पार्षदों ने एसवाइएल के विरोध में शनिवार को अपने इस्तीफे पार्टी हाईकमान को भेज दिए।
जालंधर में जिन पार्षदों ने इस्तीफा दिया उनमें सुशील रिंकू, बाल किशन बाली, कमलेश ग्रोवर, सिमरनजीत बंटी और अमनदीप कौर शामिल हैैं। उन्होंने कहा कि वह पंजाब से एक भी बूंद किसी राज्य को नहीं दे सकते हैैं। वहीं, कपूरी में आप ने कल से धरना शुरू किया था। गत दिवस पार्टी के वरिष्ठ नेता धरने में शामिल हुए। आज धरने को जारी रखने की जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं को सौंपी गई है।
आप नेताओं ने कहा कि एसवाइएल के मुद्दे पर राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पंजाब के लोगों की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं। राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखने के बजाय मुख्यमंत्री बादल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करें। बेहतर होगा कि बादल सख्ती के साथ यह मुद्दा प्रधानमंत्री के पास उठाएं, जबकि वह पंजाब में पानी की जमीनी हकीकत से अवगत करवाने से झिझक रहे हैं।
उधर, शिरोमणि अकाली दल भी अपने स्तर पर एसवाइएल का विरोध कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री लगातार बयान दे रहे हैैं कि वह किसी भी कीमत पर पंजाब की एक भी बूंद पानी की बाहर नहीं जाने देंगे।
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