Muktsar News: बिना डाक्टर चल रहा आम आदमी क्लीनिक, डेढ़ माह पहले हुआ था शुरू
Muktsar News गिद्दड़बाहा विधानसभा हलके में डेढ़ माह पहेल खुला आम आदमी क्लीनिक डाक्टर से महरूम हो गया है। इस अस्पताल में तैनात हुए डाक्टर ने बीते अगस्त के आखिरी सप्ताह में ही एक माह का नोटिस देकर इस्तीफा दे दिया था। क्लीनिक डाक्टर से वंचित हो गया है।
रणजीत गिल, श्री मुक्तसर साहिब: गिद्दड़बाहा विधानसभा हलके के गांव भूंदड़ में बीती 15 अगस्त को खुला आम आदमी क्लीनिक करीब डेढ़ माह बाद ही डाक्टर से महरूम हो गया है। इस अस्पताल में तैनात हुए डाक्टर अलवीश जिंदल ने बीते अगस्त के आखिरी सप्ताह में ही एक माह का नोटिस देकर इस्तीफा दे दिया था।
निजी डाक्टरों के पास जा रहे लोग
बीती 24 सितंबर को नोटिस की मियाद खत्म होते ही अब यह क्लीनिक डाक्टर से वंचित हो गया है। अब यह क्लीनिक केवल फार्मासिस्ट के ही सहारे चल रहा है। इसके चलते गांव के लोगों को अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें निजी डाक्टरों के पास जाना पड़ रहा है।
गांव के निवासियों सनी सिंह, प्रलाद सिंह, बलतेज सिंह आदि ने बताया पिछले पांच दिनों से क्लीनिक से दवाई नहीं मिल रही है, क्योंकि कोई डाक्टर नहीं है। फार्मासिस्ट की तरफ से केवल उन मरीजों को ही दवाई दी जा रही है, जिनके पास पहले की डाक्टर की पर्ची है। अब और कोई नई पर्ची नहीं काटी जा रही है। न दवाई मिलती है और न ही कोई टेस्ट होता है, जिससे उनके लिए परेशानी खड़ी हो गई है।
सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट तोड़ रहा दम
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान का ड्रीम प्रोजेक्ट दम तोड़ता नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने राज्य सरकार से जल्दी क्लीनिक में नए डाक्टर की तैनाती करने की मांग की है। फर्मासिस्ट मनदीप कौर ने कहा कि डा. अलवीश जिंदल के इस्तीफा दे देने के कारण अब कोई नया डाक्टर नहीं है। डाक्टर न होने के कारण ही किसी की नई पर्ची नहीं काटी जा रही है।
नए डाक्टर की नियुक्ति के प्रयास जारी
उधर, दोदा के एसएमओ डा. दीपक राय ने कहा कि डा. अलवीश जिंदल के इस्तीफे के कारण अब डाक्टर का पद खाली पड़ा है, इसलिए ही मरीज नहीं देखे जा रहे हैं। मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में है। नए डाक्टर की नियुक्ति के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्दी समस्या हल होने की उम्मीद है।
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