अस्पताल में नशेड़ियों का हंगामा, दवा के लिए भिड़े
संस, मोगा
सिविल अस्पताल स्थित ओएसटी सेंटर में नशे की दवा लेने आए युवकों ने वीरवार सुबह अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान युवक आपस में भिड़ गए। पुलिस के आने के बाद नशेड़ी युवक अस्पताल से भाग निकले। गौर हो कि ओएसटी में नशेड़ी युवकों के झगड़ने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी यहां कई बार हंगामा हो चुका है।
पता चला है कि ओएसटी सेंटर से दवा लेने के बाद कुछ युवक उस दवा को आगे बेचने का काम कर रहे है। इसका खुलासा वीरवार को उस समय हुआ जब गांव घलकलां के एक नशेड़ी युवक ने अपने साथी से नशे की दवा देने के नाम पैसे ले लिए, लेकिन उनको दवा नहीं दी। रुपये देने वाले युवक ने उक्त युवक को दवा देने के लिए कहा, लेकिन उसके पास दवा न होने के चलते दोनों में अस्पताल परिसर में ही विवाद हो गया तथा बात हाथापाई तक पहुंच गई। इस दौरान दवा देने वाले युवक ने अपने साथियों को फोन करके अस्पताल में बुला लिया। जिस पर कार में सवार होकर आए पांच छह युवकों ने अस्पताल के मेन गेट पर गाड़ी खड़ी कर जिसने पैसे दिए थे उस युवक को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान गाड़ी में सवार हो कर आए युवकों ने अस्पताल में काफी देर तक हंगामा किया। जिससे अस्पताल के बाहर तथा मेन बाजार में ट्रैफिक जाम हो गया। इसके उपरांत अस्पताल प्रशासन ने मामले की सूचना पुलिस दी। पुलिस को देखकर हंगामा करने वाले युवक वहां से भाग गए।
इस संबंध में अस्पताल पहुंचे पुलिस कर्मियों का कहना था कि उनके पास झगड़ा होने की कोई सूचना नहीं है। वह तो ट्रैफिक जाम खुलवाने आएं हैं।
पहले भी हो चुकी ऐसी घटनाएं
11 अगस्त को सरकारी अस्पताल में बने ओएसटी सेंटर में इसी तरह विवाद हो गया था। यहां काम करने वाली महिला कर्मी का कहना था कि आए दिन नशा छोड़ने की दवा लेने आने वाले उनके साथ बदसुलूकी से बात करने के अलावा गलत हरकतें करते हैं। तीन दिन पहले भी कुछ मरीज उनके कमरे में आपस में उलझ गए तथा उन्होंने झगड़े के दौरान दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। किसी तरह उन्होंने दरवाजा खोल कर बाहर निकल कर अपने आप को सुरक्षित किया। इसके बाद झगड़ा कर रहे युवकों को अस्पताल के मुलाजिमों ने बाहर निकाला।