Punjab Congress Crisis: जाखड़ के बाद अब मनप्रीत छोड़ सकते हैं कांग्रेस, रिश्तेदार जौहल ने राजा वड़िंग और आशु की नियुक्ति पर उठाए सवाल
पंजाब कांग्रेस में सब ठीक नहीं चल रह है। अब मनप्रीत बादल ने पार्टी छाेड़ने के संकेत दिए हैं। मनप्रीत के करीबी ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट डालकर राजा वड़िंग और वरिष्ठ नेता भारत भूषण आशु को पद देने पर सवाल उठाए हैं।
गुरप्रेम लहरी, बठिंडा। Punjab Congress Crisis: पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में जारी घमासान थमता नजर नहीं आ रहा है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ के बाद अब पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी कांग्रेस काे अलविदा कह सकते हैं। हालांकि मनप्रीत बादल ने इस बारे में अभी खुलकर कुछ नहीं कहा है लेकिन उनके करीबियों के अनुसार वह जल्द ही कांग्रेस को छोड़ने का कदम उठा सकते हैं।
यह संकेत मनप्रीत बादल के करीबी रिश्तेदार जयजीत जौहल उर्फ जोजो की देर शाम को इंटरनेट मीडिया पर डाली एक पोस्ट से मिल रहा है। जाैहल ने राजा वड़िंग और भारत भूषण आशु को बड़े पद देने पर सवाल उठाए हैं। वहीं मंगलवार को कांग्रेस भवन में मनप्रीत बादल और राजा वड़िंग के समर्थकों में भी काफी हंगामा हुआ।
भारत भूषण आशु का आडियो हाे चुका है वायरल
जौहल ने पोस्ट में कहा कि चुनाव के समय उन्होंने चुप्पी साथ रखी थी। उस समय वह मनप्रीत बादल के खिलाफ बोलने वाले अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के खिलाफ बोलकर मुद्दा नहीं बनाना चाहते थे। राजा वड़िंग ने अपनी स्टेजों पर खुलकर बठिंडा में कांग्रेस के खिलाफ वोट देने के लिए कहा। इसके बाद भारत भूषण आशु का आडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मनप्रीत बादल के खिलाफ वोट डालने की बात कही।
अब एक को पंजाब कांग्रेस का प्रधान बना दिया गया और दूसरे को कार्यकारी प्रधान पद से नवाजा गया। उदयपुर में हुए चिंतन में यह चिंतन होना चाहिए था कि अगर कोई अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ बोलता है तो उसको पदों से नवाजा जाता है और जाखड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। अगर ऐसा है तो वर्करों के तौर पर हर किसी को किसी के खिलाफ बोलने की आजादी होनी चाहिए। हो सकता है उन्हें भी पार्टी का कोई आदेश मिल जाए।
आशु बाेले-जाैहल का कांग्रेस के साथ कोई संबंध नहीं
उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन नेताओं को पार्टी के उम्मीदवार और वित्त मंत्री के विरुद्ध बोलने की इजाजत क्यों दी गई? कोई पार्टी अनुशासन की आस कैसे रख सकती है? पार्टी उनके जैसे वर्करों से इन दोनों का सम्मान करने की उम्मीद कैसे कर सकती है? उधर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान भारत भूषण आशु ने कहा कि जौहल मनप्रीत बादल का रिश्तेदार है। उसका कांग्रेस के साथ कोई संबंध नहीं और न ही वह कांग्रेस का सदस्य है। कोई बाहरी व्यक्ति कुछ भी बोले, कोई फर्क नहीं पड़ता।