जागरण संवाददाता, लुधियाना: पुलिस हेडक्वार्टर के बैक साइड स्थित कचहरी परिसर में मंगलवार सुबह 11 बजे कुछ लोगों ने एक युवक पर फायरिंग कर दी। मारपीट के मामले में तारीख भुगतने आए जसप्रीत सिंह उर्फ साहिल को तीन गोलियां लगी हैं, जबकि एक अन्य व्यक्ति भी घायल हुआ है। वहां से भाग रहे छह आरोपितों को कुछ ही दूरी पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान गुरचरण सिंह, मनजिंदर सिंह, दीप, लवदीप सिंह, मस्तान और शमशेर भोला के रूप में हुई है।
आरोपितों से सीआइए में पूछताछ की जा रही है। दोनों पक्षों में पिछले काफी समय से तनातनी चल रही थी और हमला करने वाले जसप्रीत पर शक करते थे कि वह पुलिस की मुखबिरी करता है। थाना डिवीजन नंबर पांच में दोनों पक्षों पर ही आपराधिक मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है।
मरांडो निवासी 28 वर्षीय जसप्रीत सिंह और पांच अन्य के खिलाफ थाना माडल टाउन में घर में घुसकर मारपीट का मामला 2020 में दर्ज हुआ था। जसप्रीत अपने साथियों के साथ अदालत में तारीख भुगतने आया था। वहां पर ही मुद्दई पक्ष के मनिंदर सिंह, नरिंदर डल्ला और अन्य साथी हाजिर थे। सभी अदालत परिसर के पीछे दीवार के पास खड़े हुए थे और किसी बात को लेकर बहस करने लगे। बात इतनी बढ़ी कि वह एक दूसरे को गालियां देने लगे। तभी मनिंदर सिंह व नरिंदर डल्ला में से एक ने तीन फायर कर दिए तो दूसरे पक्ष ने ईंटें चलानी शुरू कर दीं।
जसप्रीत सिंह को छाती और पीठ पर दो गोलियां लगी हैं, जबकि दूसरे पक्ष के हिमांशु को ईंट लगने से टांग में चोट आई है। दोनों को वहां मौजूद लोगों ने डीएमसी में दाखिल करवा दिया है। सूचना मिलने के बाद मौके पर जेसीपी सिटी सौम्या मिश्रा, एसीपी सुमित सूद और अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने मनिंदर सिंह, नरिंदर डल्ला, गुरचरण सिंह, मनजिंदर सिंह, लवदीप सिंह, इंद्रपाल सिंह, मस्तान उर्फ रांबो, हिमांशु और जसप्रीत उर्फ साहिल के खिलाफ इरादा हत्या, मारपीट और आर्मस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
नशा तस्कर अक्षय छाबड़ा से संबंधित है आरोपित
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की तरफ से अक्षय छाबड़ा को नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आरोपितों में से एक उसकी एएंडएस शराब कंपनी में काम करता था और कंपनी के 80 ठेके सील होने के बाद पुलिस उस पर नजर रखे हुए थी।
पुलिस को शिकायत है कि वह अब शराब तस्करी करने लगा है। उसे यह भी शक था कि जसप्रीत सिंह पुलिस को उसकी मुखबिरी करता है और पुलिस इस लिए ही बार-बार उस पर रेड भी करती है। फायरिंग का एक कारण इसे भी माना जा रहा है। बता दें कि जसप्रीत सिंह और फायरिंग करने वाले पहले एक साथ थे और दोस्त थे। अकाली-कांग्रेस नेताओं की राजनीतिक रंजिश के चलते एक दूसरे के खिलाफ हो गए थे।
संवेदनशील एरिया में फायरिंग से दहशत का माहौल
जिला कोर्ट कांप्लेक्स के पीछे जहां पर फायरिंग हुई है यह एरिया संवेदनशील है। फायरिंग वाली जगह से मात्र तीन सौ मीटर की दूरी पर पुलिस कमिश्नर कार्यालय, डीसी कार्यालय और अन्य अधिकारियों के कार्यालय हैं। इस तरह दिन के समय फायरिंग के बाद मौके पर दहशत का माहौल बन गया।
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लोग इधर-उधर भागने लगे थे। फायरिंग की आवाज सुनकर कोर्ट कांप्लेक्स में तैनात पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस समय फायरिंग हुई उस समय एक या दो पुलिस कर्मी भी मौके पर मौजूद थे और उनके सामने ही पुलिस फायरिंग हुई है।