Move to Jagran APP

Amritpal Singh: 50 मिनट लुधियाना में रहा भगोड़ा अमृतपाल, दो आटो बदले और शेरपुर चौक से बस पकड़ी

वारिस पंजाब दे संगठन का अध्यक्ष अमृतपाल सिंह अभी तक फरार चल रहा है। वहीं अब फिर अमृतपाल सिंह और उसका साथी 18 मार्च की रात को करीबन 50 मिनट तक लुधियाना में रहा था। उसने दो ऑटो बदले थे। (फाइल फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaPublished: Fri, 24 Mar 2023 11:52 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2023 11:52 AM (IST)
Amritpal Singh:  50 मिनट लुधियाना में रहा भगोड़ा अमृतपाल, दो आटो बदले और शेरपुर चौक से बस पकड़ी
50 मिनट लुधियाना में रहा भगोड़ा अमृतपाल

दिलबाग दानिश, लुधियाना। वारिस पंजाब दे संगठन का अध्यक्ष अमृतपाल सिंह अभी तक फरार चल रहा है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। वह लगातार भेष बदल कर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा है। वहीं, अब फिर अमृतपाल सिंह और उसका साथी 18 मार्च की रात को करीबन 50 मिनट तक लुधियाना में रहा था। पुलिस ने शहर के कई सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं और उसकी वीडियो फुटेज सामने आई हैं।

loksabha election banner

दो ऑटो बदलकर फिर हुआ फरार

अब तक की जांच में सामने आया है कि वह 9 बजकर 20 मिनट से लेकर 10 बजकर 10 मिनट तक लुधियाना में रहा है। पुलिस ने उन ऑटो चालकों को भी तलाश लिया है, जिसका ऑटो उसने इस्तेमाल किया था। पहले आटो को उसने हार्डी वर्ड से जालंधर बायपास तक 40 रुपए दिए थे। वहीं भगोड़े अमृतपाल ने दूसरे आटो को जालंधर रोड से शेरुपुर चौक तक एसपीएस अस्पताल तक 220 रुपए दिए थे।अमृतपाल और उसका साथी दोनों ही पेंट शर्ट में थे और शेरपुर से उसने बस ली थी।

बिलगा से पुराने पुल को इस्तेमाल कर सड़क पर पहुंचा, फिर लिया |

ऑटो

पुलिस के अनुसार अमृतपाल सिंह ने लाडोवाल का सदी पुराना रेलवे के ब्रिज का इस्तेमाल किया था। इसके बाद वह सड़क पर आया और वहां से उसने ऑटो में सफर किया था। हैरत की बात यह है कि शनिवार को पूरे पंजाब में अलर्ट था और वह जालंधर से लुधियाना में घुसा और यहां से फरार भी हो गया। उसने पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया। जबकि पुलिस प्राईवेट वाहनों को चेक करती रही थी। उसका इस तरह से शहर से बचकर निकल जाना कमिश्नरेट पुलिस के लिए बहुत बड़ा फेलियर कहा जा रहा है।

शेरपुर चौक से रोजाना चलती हैं अवैध बसें

शहर के शेरपुर चौक से बिना परमिट की दर्जन के करीब बसें चलती हैं। जिनमें दिल्ली और इससे आगे जाने वाले यात्रि सफर करते हैं। यह बसें टूरिस्ट कंपनी की बसें हैं, जिन्हें एक जगह से बुक करवाकर एक बार रोड टैक्स देकर मात्र एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाया जा सकता है। मगर यह बसें सभी तरह के कानून तोड़कर रास्तों से यात्रि चढ़ाती हैं। यही अवैध बसें अमृतपाल ही नहीं बल्कि दूसरे आरोपितों के लिए भी सहयोगी साबित होती हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.