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कोरोना के खिलाफ जंग में परिवार काे भूली लुधियाना की तेजिंदर, आठ महीने तक आइसाेलन वार्ड काे बनाया घर

International Womens Day 2021 तेजिंदर कौर ने बताया कि लुधियाना में पहली कोरोना संक्रमित महिला की मौत ने उन्हें हिलाकर रख दिया था उन्होंने उसे भी सेवाएं दी थीं। महिला की मौत के बाद तेजिंदर कौर ने खुद को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन कर लिया था।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 10:57 AM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 12:22 PM (IST)
तनदेही से ड्यूटी निभाने वाली महिलाओं पर शहर को है नाज। (जागरण)

लुधियाना, [अश्वनी पाहवा]। International Women's Day 2021: कोरोना के शुरुआती दिनों में जब सब लोग घरों में बंद बैठे थे, तो अस्पतालों में सेहत विभाग के कर्मचारी दिन-रात ड्यूटी पर डटे रहकर मरीजों की सेवा करने में जुटे हुए थे। अस्पतालों में तैनात महिला कर्मचारियों ने भी कोरोना को हराने के खिलाफ जंग में अपना अमूल्य योगदान दिया। लुधियाना के सिविल अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स तेजिंदर कौर आइसोलेशन वार्ड में निडरता से मरीजों की देखभाल करने में जुटी रहीं।

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उन्होंने बताया कि वह जब ड्यूटी से घर लौटती तो खुद को अपने 13 वर्षीय बेटे प्रभनूर और परिवार से अलग रखती थी। उन्होंने बताया कि उनके पति डाक्टर हैं। तेजिंदर कौर ने बताया कि वह पिछले करीब आठ महीनों से लगातार अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की सेवा करती आ रही हैं। मरीजों की सेवा करने में उसे जो खुशी मिलती है वह उसे कहीं और नहीं मिलती।

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यह वाक्या नहीं भूल पाऊंगी

 तेजिंदर कौर ने बताया कि लुधियाना में पहली कोरोना संक्रमित महिला की मौत ने उन्हें हिलाकर रख दिया था, उन्होंने उसे भी सेवाएं दी थीं। महिला की मौत के बाद तेजिंदर ने खुद को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन कर लिया था। उन दिनों वह बेटे व पति से वीडियो काल के माध्यम से बात करती थी।

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अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल। (जागरण)

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जब लाकडाउन लगा तो सेहत विभाग के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की भूमिका काफी बढ़ गई। इसमें पुलिस दिन-रात सड़कों पर तैनात रहकर लोगो को घरो में रहकर सुरक्षित रहने की अपील करती रही। इसमें एसएचओ अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने भी फील्ड में रहकर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। इस दौरान वे वायरस की चपेट में आकर 21 दिन तक शहर के डीएमसी अस्पताल में भर्ती भी रहीं। अर्शप्रीत कौर ने बताया कि वह कोरोना काल के दौरान लुधियाना के बस्ती जोधेवाल थाने में बतौर एसएचओ तैनात रहीं। पाजिटिव आने के बाद वायरस को मात दी और दोबारा लोगों की सुरक्षा में जुट गई। कोरोना की चपेट में आने के बाद वह अपने परिवारिक सदस्यों सहित अपने साथी कर्मचारियों से भी दूर रही।

सीएम ने फोन कर पूछा हाल

महिला एसएचओ अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीडियोकाल कर उनका हाल जाना था। वो पल वे कभी नहीं भुला सकतीं। उन्होंने बताया कि उन दिनों शहर के कई लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर भी उनका उत्साह बढ़ाया।

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