रेलवे को नोटिस, पूछा कौन है मौत के लिए जिम्मेदार
जासं, लुधियाना : रेलवे स्टेशन के आरक्षण केंद्र के समक्ष खुले गटर में गिरने से हुई व्यक्ति के मामले म
जासं, लुधियाना : रेलवे स्टेशन के आरक्षण केंद्र के समक्ष खुले गटर में गिरने से हुई व्यक्ति के मामले में जीआरपी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर रेलवे को नोटिस भेजा है। जीआरपी ने नोटिस के जरिए रेल अधिकारियों से पूछा है कि मौके के लिए कौन जिम्मेदार है। गटर खुला होने के लिए कौन जिम्मेदार है। इसे बंद करने की किसकी डयूटी है। इतना ही रेलवे उसके खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है। इसकी जानकारी तत्काल मुहैया करवाई जाए। जीआरपी के इस नोटिस से रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारी आपस में विचार विमर्श कर रहे हैं कि इस मामले को कैसे निपटाया जाए। उधर शव की 24 घंटे बाद भी पहचान नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि रेलवे स्टेशन के आरक्षण केंद्र के सामने खुले गटर में गिरने से शनिवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। गटर में गिरने की सूचना आरक्षण केंद्र में टिकट बुक करवाने आए लोगों ने जीआरपी और रेल अधिकारियों को दी थी। इसके बाद मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव को बाहर निकाल पहचान करवाने की कोशिश की, लेकिन पहचान न होने पर 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल में शव को रखवा दिया था।
फोन नहीं उठा रहे अधिकारी
रेलवे गटर में डूबने से हुई व्यक्ति की मौत के बाद संबंधित अधिकारी आईओडब्ल्यू और ईएन से संपर्क साधने पर दोनों अधिकारी फोन नहीं उठा रहे है। रविवार को जीआरपी ने रेलवे को नोटिस भेजा है कि गटर खुला रहने से व्यक्ति की मौत हो गई है इसके लिए रेलवे किसके खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है।
जारी है जांच : डीटीएम
आरक्षण केन्द्र के पास खुले गटर में डूबकर हुई व्यक्ति की मौत के मामले में फिरोजपुर रेल मंडल के डीटीएम एसपी सिंह भाटिया से बात करने पर उन्होंने कहा कि हादसे की जांच जारी है। जांच पूरा होने पर आगे की कार्रवाई होगी।
परिजनों को मिल सकता है मुआवजा : एडवोकेट
रेलवे आरक्षण केन्द्र के समीप गटर में गिर कर व्यक्ति मौत होने के मामले पर लुधियाना जिला कोर्ट के एडवोकेट अशोक कुमार व शमशेर आलम से मुआवजा मिलने के बारे में बात करने पर उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को मुआवजा मिल सकता है। रेलवे को मुआवजा देना होगा।