रेल कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित करे सरकार: परमजीत सिंह खालसा
इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन ने मंगलवार को वर्कशाप गेट पर भारत सरकार व रेल प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध दिवस मनाया।
जागरण संवाददाता, कपूरथला
इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन ने मंगलवार को वर्कशाप गेट पर भारत सरकार व रेल प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध दिवस मनाया।
यूनियन के अध्यक्ष परमजीत सिंह खालसा ने कहा कि कर्मचारियों की ज्वलंत मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया है, जिसमें रेल कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित करने, सभी रेल कर्मचारियों का 50 लाख रुपये का बीमा करने, मार्च 2020 के बाद मृतक रेल कर्मचारियों के परिवारों को 50 लाख रुपये एक्सग्रेसिया का भुगतान करने, एनपीएस को तुरंत रद कर पुरानी पेंशन योजना बहाल करके पीएफआरडीए के पास जमा राशि कर्मचारी को वापिस करने, महंगाई भत्ते की बकाया सभी किस्तें जारी करने, रात्रि ड्यूटी भत्ते पर 43 हजार 600 की लिमिट हटाने, भारतीय रेलवे का निजीकरण बंद करने आदि मांग की गई।
यूनियन के सहायक अध्यक्ष तलविदर सिंह ने कहा कि कोविड-19 की महामारी के दौरान दिन-रात अपनी जान जोखिम में डालकर फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में भारतीय रेलवे का संचालन व रखरखाव किया है। इस दौरान लगभग दो हजार रेल कर्मचारी अपनी जान गवा चुके हैं। देश सेवा कर रहे लगभग 12 लाख कर्मचारियों ने जब 25 मार्च 2020 के बाद पूरा देश थम गया था लेकिन रेलवे नहीं थमने दी। दिन-रात लगातार देश के हर कोने में आक्सीजन, अनाज, दवाइयां और ऊर्जा संबंधित जरूरत का सामान पहुंचा रहे हैं। यह सब होने के बावजूद भी रेल कर्मचारियों की अनदेखी हो रही है।
इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन व आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के महासचिव सर्वजीत सिंह ने कहा कि 26 मई को किसानों के समर्थन में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर तीन कृषि विरोधी कानूनों को रद्द करवाने व एमएसपी पर कानून बनाने के लिए संघर्ष कर रहे अन्नदाताओ का जोरदार तरीके से काला दिवस मनाएंगे। इस कार्यक्रम में अतिरिक्त सचिव अमरीक सिंह, ज्वाइंट सचिव मंजीत सिंह बाजवा, बचित्तर सिंह, जसपाल सिंह सेखों, प्रदीप सिंह, नरिदर कुमार, अवतार सिंह, आदेश कुमार, संदीप कुमार अबोहर, हरदीप ड्राइवर, रामदास, विनोद कुमार, जगदीप सिंह, शेखर, केवल सिंह आदि विशेष रूप से शामिल हुए।