Punjab Terror Module: विदेश में आतंकी संगठनों के साथ पाक में बठे लखबीर रोडे ने बनाया था बड़ा नेटवर्क
मोगा के पूर्व एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल और सीआइए स्टाफ के दो इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को मारने के लिए केटीएफ के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर ने मोगा जिले के तीन आतंकियों कुलविंदर सिंह कमलप्रीत सिंह और कंवरपाल सिंह को अगस्त में करीब 12 लाख की राशि भेजी थी।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। मोगा जिले के पूर्व एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल और इंस्पेक्टर रैंक के दो अधिकारियों की हत्या की साजिश का राज खोलने वाले खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के तीनों आतंकियों ने पुलिस के समक्ष कई और राज उगले हैं। इनके माध्यम से विदेश में बैठे आतंकी संगठनों द्वारा फिरौती देकर करवाई गई हत्याओं के कई मामलों से पर्दा उठेगा। इतना ही नहीं पाकिस्तान में शरण लिए इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे की ओर से तरनतारन जिले में बनाए गए नेटवर्क को भी बेनकाब किया जा सकता है। रोडे की ओर से ड्रोन के माध्यम से पंजाब में कुल सात टिफिन बम भेजे गए थे। इनमें से छह बम पुलिस बरामद कर चुकी है, जबकि सातवां टिफिन बम फाजिल्का में ब्लास्ट हो गया था।
गौरतलब है कि मोगा के पूर्व एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल और सीआइए स्टाफ के दो इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को मारने के लिए केटीएफ के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर ने मोगा जिले के तीन आतंकियों कुलविंदर सिंह, कमलप्रीत सिंह और कंवरपाल सिंह को अगस्त में करीब 12 लाख की राशि भेजी थी।
इस बाबत स्थानीय पुलिस की टीम ने मंगलवार को मोगा पुलिस के सहयोग से इन आतंकियों के पारिवारिक सदस्यों का बैंक रिकार्ड भी कब्जे में लिया है। पाकिस्तान में शरण लिए बैठे लखबीर सिंह रोडे ने कनाडा व जर्मनी में बैठे करीब 5 बड़े आतंकी संगठनों के मुखियों से संपर्क कायम करके त्योहारों के दिनों में पंजाब को दहलाने की साजिश रची थी। इस साजिश को सफल बनाने के लिए लखबीर रोडे ने तरनतारन जिले से संबंधित पूर्व आतंकियों, नशा तस्करों और गैंगस्टरों के अलावा कुछ ऐसे युवाओं से संपर्क बनाया था, जो पैसे के लालच में आतंकी वारदातों को अंजाम दिलाने के लिए तैयार थे। सूत्रों की मानें तो स्टडी बेस पर विदेश जाने के इच्छुक युवाओं को भी कनाडा में बुलाकर उनका ब्रेन वाश कर खालिस्तानी मूवमेंट को हवा देने की तैयारी की जा चुकी है।
आज आरोपितों को अदालत में पेश करेगी पुलिसगिरफ्तार केटीएफ के आतंकियों कुलविंदर सिंह, कमलप्रीत सिंह और कंवरपाल सिंह के मोबाइल फोन को खंगालने के लिए साइबर सेल की स्पेशल टीम के हवाले किए गए हैं। बताया जाता है कि इनमें से एक आतंकी के मोबाइल फोन से कुछ ऐसे दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो देश की सुरक्षा के मामले में सेंध लगा सकते थे। हालांकि, इस मामले में अधिकारिक तौर पर कोई भी अधिकारी बात करने के लिए तैयार नहीं है। इन तीनों आतंकियों को बुधवार को पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद स्थानीय कोर्ट में पेश करके एक सप्ताह का और रिमांड लेने की तैयारी की जा रही है।
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