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21 करोड़ के चौक सुंदरीकरण प्रोजेक्ट पर फिर उठे सवाल, मसंद चौक में उखड़ने लगीं टाइलें

स्मार्ट सिटी कंपनी के 11 चौकों के सुंदरीकरण के 21 करोड़ के प्रोजेक्ट पर फिर सवाल उठने लगे हैं। मसंद चौक में चल रहे काम पर इलाके के लोगों ने ही उंगली उठाई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 08:04 AM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 08:04 AM (IST)
21 करोड़ के चौक सुंदरीकरण प्रोजेक्ट पर फिर उठे सवाल, मसंद चौक में उखड़ने लगीं टाइलें

जागरण संवाददाता, जालंधर : स्मार्ट सिटी कंपनी के 11 चौकों के सुंदरीकरण के 21 करोड़ के प्रोजेक्ट पर फिर सवाल उठने लगे हैं। मसंद चौक में चल रहे काम पर इलाके के लोगों ने ही उंगली उठाई है। चौक का निर्माण पूरा होने से पहले ही नई लगाई टाइलें उखड़ रही हैं और काम में भी लापरवाही नजर आ रही है। मसंद चौक में सेंट जोसेफ स्कूल के पास नई बनाई गई सड़क उखाड़ दी गई है। यहां पर मैनहोल के ढक्कन हटा दिए गए हैं और दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।

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न्यू जवाहर नगर निवासी आरएस संघेहड़ा ने चौक को री-डेवलप करने में इस्तेमाल हो रहे मैटीरियल की क्वालिटी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि टाइलें लगाने का काम अभी पूरा भी नहीं हुआ है और अभी से टाइले उखड़ने लगी हैं। नई बनाई सड़क भी उखाड़ दी गई है।

इससे पहले भी बीएमसी चौक, वर्कशाप चौक, कपूरथला चौक में हुए काम की क्वालिटी को लेकर पार्षद नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग ने भी मौके का मुआयना किया था। पार्षद पवन कुमार, गुरविदर सिंह बंटी नीलकंठ ने भी आरोप लगाया था कि चौक के काम में घटिया मैटीरियल इस्तेमाल हो रहा है। विधायक राजिदर बेरी ने तो ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने के लिए कहा था, उसके बावजूद काम में सुधार नहीं हो रहा। विकास में ज्यादा तेजी से क्वालिटी पर असर

विधानसभा चुनाव से पहले विकास कार्यो के गति पकड़ने का असर काम की क्वालिटी पर भारी पड़ सकता है। नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी शहर में अरबों रुपये के विकास कार्य जारी कर चुकी है। ठेकेदार विकास कार्यों के टेंडर लेकर ओवरलोडेड हो चुके हैं और काम की क्वालिटी को मेंटेन नहीं कर पा रहे। पिछले समय के दौरान विकास कार्यों की क्वालिटी में गड़बड़ी को लेकर कई मामले सामने आए। विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस के पार्षद, विधायक और मेयर भी काम पर सवाल उठा चुके हैं। ---------

सेंट्रल एजेंसियों की जांच से ही सामने आएगा घोटाले का सच : मिटू

निगम में विपक्षी दल के नेता वरेश मिटू ने कहा कि 11 चौक के 21 करोड़ के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट को लेकर तो कांग्रेस के विधायक व पार्षद ही नाराजगी जता चुके हैं। घटिया मैटीरियल इस्तेमाल हो रहा है। काम में लापरवाही नजर आ रही है लेकिन न तो स्मार्ट सिटी कंपनी इस पर एक्शन ले रही है और न ही मेयर जगदीश राजा इस पर गंभीर हैं। जिन चौकों में काम चल रहा है उन सभी जगह गड़बड़ी है। इसके खिलाफ सेंट्रल एजेंसियों से जांच की मांग को लेकर शिकायत भेजेंगे। घोटाले का सच केंद्र सरकार एजेंसियां ही सामने ला सकती हैं।

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इधर काला संघिया रोड मामले में ठेकेदार को नोटिस, पेमेंट रोकी, तीन अफसरों से भी जबावतलबी

सड़क निर्माण में इस्तेमाल घटिया मैटीरियल से बनीं इंटरलाकिग टाइल्स के मामले में नगर निगम ने ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया। बीएंडआर ब्रांच के एसई रजनीश डोगरा ने तीन अफसरों एक्सईएन मंधीर सिंह, एसडीओ रमेश कुमार और जेई हरप्रीत सिंह भी जवाबतलबी की है। डोगरा ने कहा है कि कांट्रैक्टर कोटली जट्टा सोसायटी को सोमवार तक जवाब देना है। ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगा दी है। ठेकेदार के काम पर इलाके के लोग भी शिकायत कर रहे थे। विधायक सुशील रिकू ने बुधवार को सड़क निर्माण का जायजा लिया था और इंटरलाकिग टाइल्स की क्वालिटी पर आपत्ति जताई थी। सड़क निर्माण में भी लापरवाही हुई और पानी की निकासी के लिए रोड गलियां नहीं बनाई गई थी। लुक-बजरी की सड़क बनाते समय मैनहोल भी नीचे दबा दिए गए थे और सीवर की सफाई के लिए मैनहोल खोलने के लिए करीब 20 जगह से सड़क तोड़नी पड़ी थी। इस सड़क पर करीब 90 लाख रुपये खर्च आए हैं। ---------- गड़बड़ी के यह मामले भी आए सामने

- बीएमसी चौक से नामदेव चौक तक सर्विस लेन के निर्माण के समय पानी की निकासी का इंतजाम नहीं।

- वार्ड न26 में पार्षद रोहन सहगल ने बिना बेस साफ किए बन रही सड़क का काम रुकवाया था।

- सलेमपुरा मुसलमाना रोड पर भी निर्माण के कुछ दिन बाद ही टूट गई।

- डीसी आफिस रोड का निर्माण करते समय पानी की निकासी का ठीक से प्रबंध नहीं किया।

- रस्ता मोहल्ला में निर्माण के बाद ही टूटने लगी थी कंक्रीट रोड।

- सोढल रोड पर भी सड़क का बेस कमजोर होने से ट्रक धंस गया था ----------------


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