Raksha Bandhan 2022: रोडवेज की बसों में 35 फीसद ज्यादा रहीं महिला यात्री, निजी आपरेटरों के भी चेहरे खिले
वीरवार को रक्षाबंधन पर बसो में सामान्य से 35 फीसद अधिक महिलाओं ने यात्रा की। रोडवेज की बसों में महिलाओं ने जहां निःशुल्क यात्रा की सुविधा का लाभ उठाया तो प्राइवेट बसों में वे किराया देकर गंतव्य की ओर रवाना हुईं।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। राखी के त्योहार पर निजी एवं सरकारी बसों में यात्रियों का भारी-भरकम रश उमड़ा है। हालात यह है कि बसों में बैठने के लिए सीट तक नहीं मिल पा रही है और महिला यात्रियों को बसों में खड़े होकर सफर करते देखा जा सकता है। वीरवार को रक्षाबंधन पर बसो में सामान्य से 35 फीसद अधिक महिलाओं ने यात्रा की।
पंजाब रोडवेज से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राखी के दिन महिला यात्रियों की संख्या में लगभग 35 फीसद का इजाफा होने का अंदाजा लगाया गया है। इसी तरह से बहनों ने राखी के दिन निजी बस आपरेटरों को भी खासा प्यार जताया है और लंबे अरसे के बाद वीरवार को निजी आपरेटर यात्रियों की संख्या को देखकर कुछ राहत महसूस करते नजर आए हैं। निजी बसों में भी किराया खर्च कर महिला यात्रियों ने सफर किया।
हालांकि 35 फीसद यात्रियों के इजाफे के बावजूद भी पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी के कंडक्टरों का झोला लगभग खाली ही है, क्योंकि पंजाब सरकार की तरफ से महिलाओं को सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा करने की सुविधा दी हुई है। यही वजह है कि भारी रश होने के बावजूद रोडवेज तत्काल कमाई नहीं कर पाई है। हालांकि रोडवेज की तरफ से उक्त निशुल्क यात्रा का बिल सरकार को भिजवाया जाएगा, जिसकी अदायगी पंजाब सरकार की तरफ से की जाएगी।
पंजाब मोटर यूनियन के सदस्य एवं गगनदीप बस सर्विस के संचालक संदीप शर्मा ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि राखी के दिन महिला यात्रियों का भारी-भरकम रश निजी बसों में भी सफर कर रहा है। अरसे के बाद डीजल, अड्डा फीस और टोल टैक्स का खर्च निकालने के बावजूद भी आपरेटर को कुछ पैसे जरूर बचेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि आगामी लंबे वीकेंड के चलते एक बार फिर से यात्री बसों से नदारद हो जाएंगे।
यह भी पढ़ें - Jalandhar UCO Bank Loot का पर्दाफाश, बदमाश गुरप्रीत गोपी और उसके दो साथियों ने की थी लूटपाट