रेगुलर करने की मांग काे लेकर मिड डे मील कर्मी चंडीगढ़ में लगाएंगे पक्का मोर्चा, सीएम की कोठी घेरने की दी चेतावनी
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 36 हजार कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करने की घोषणा करने के बाद 11 नवंबर को विधानसभा में बिल पास भी कर दिया था। लेकिन इस संबंध में अभी तक एक्ट नोटिफाइ करके विभागों को नहीं भेजा गया है।
जासं, जालंधर। शिक्षा विभाग में रेगुलर करने की मांग लेकर 15 से 18 सालों से संघर्ष कर रहे एसएसए मिड डे मील दफ्तरी कर्मचारी अब चंडीगढ़ शिक्षा भवन के बाहर पक्का मोर्चा लगाएंगे। यही नहीं उनकी तरफ से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की कोठी का भी घेराव किया जाएगा। जिसे लेकर रविवार को यूनियन के सदस्यों ने मीटिंग कर यह फैसला लिया और अब यूनियन सदस्यों की तरफ से अपने इस संघर्ष की रूप रेखा तैयार की जाएगी। ताकि कहीं भी कोई कमी न रहे और सभी जिलों के साथी मिलकर इस संघर्ष का हिस्सा बनें।
यूनियन नेता आशीष जुलाहा, शोभित भगत का कहना है कि सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में सभी को मजबूरन कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 36 हजार कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की घोषणा तो कर दी थी और 11 नवंबर को विधानसभा में बिल पास भी कर दिया था। मगर अभी तक एक्ट नोटिफाइ करके विभागों को नहीं भेजा गया। यही कारण है कि सरकार केवल चुनावों तक अपने खोखले वादे और दावों को ही जनता में दिखाना चाहता है। जिससे वे उनके कामों से प्रभावित होकर उनके हक में मतदान करें। मगर ऐसा होगा नहीं क्योंकि जनता सब जानती है। यही नहीं वे भी जनता को सरकार की गलत नीतियों प्रति भी जागरूक करने से पीछे नहीं हटेंगे।
यही कारण है कि उन्हें अब मजबूरन अपने हक के लिए सामूहिक छुट्टी लेकर मुख्यमंत्री के घर का घेराव करना पड़ रहा है। इसके साथ ही शिक्षा भवन मोहाली के बाहर पक्का धरना लगाएंगे। बता दें कि इससे पहले यूनियन की तरफ से शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव करने की घोषणा की थी और सदस्य सभी इकट्ठे होने भी शुरू हो गए थे। मगर इससे पहले ही उन्हें मीटिंग की काल करके बुलवा लिया था। तब उन्हें जल्द से जल्द रेगुलर करने संबंधी कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया गया था।
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