जालंधर में मतांतरण के खिलाफ एकजुट हुए गांववासी, टकराव केबाद बाहरी लोगों के धर्म प्रचार पर रोक
सभा में सरपंच हरदीप कौर सैनी की अगुआइ में गांव निवासियों ने अलग-अलग प्रस्तावों को सर्वसम्मति से मंजूरी दी ताकि गांव में कोई भी धार्मिक या सामाजिक अप्रिय घटना होने से रोकी जा सके। अब किसी बाहरी व्यक्ति को गांव में धर्म प्रचार की अनुमति नहीं होगी।
संवाद सूत्र, भोगपुर (जालंधर)। जिले के गांव डल्ला में कुछ दिन पहले ईसाई धर्म प्रचारकों व गांववासियों के बीच टकराव के बाद गांववासियों ने शुक्रवार को अहम फैसला किया है। गांववासियों ने एकजुट होकर आमसभा कर फैसला किया है कि अब गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति को धर्म का प्रचार नहीं करने देंगे। सभा में सरपंच हरदीप कौर सैनी की अगुआइ में गांव निवासियों ने अलग-अलग प्रस्तावों को सर्वसम्मति से मंजूरी दी ताकि गांव में कोई भी धार्मिक या सामाजिक अप्रिय घटना होने से रोकी जा सके।
एक ही श्मशानघाट पर होगा सबका अंतिम संस्कार
इस दौरान फैसला किया गया कि गांव में किसी भी ईसाई धर्म के बाहरी व्यक्ति द्वारा गांव में घर-घर जाकर प्रचार करने व गांव में अलग-अलग कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा घरों में जाकर की जाने वाली मशहूरी पर भी रोक रहेगी। ग्राम पंचायत व ग्राम सभा सदस्यों द्वारा आयोजित सभा में यह भी फैसला किया गया कि गांव में एक ही श्मशानघाट पर हर जाति के व्यक्ति का संस्कार किया जाएगा।
धार्मिक समागम के लिए पंचायत से अनुमति लेनी होगी
इस के साथ ही गांव निवासियों ने फैसला किया है कि गांव से बाहर रह रहे सिख, हिंदू, मुस्लिम व ईसाई भाईचारे के लोग, ग्रंथी सिंह, पंडित, मौलवी व पादरी यदि गांव में कोई धार्मिक समागम करेंगे तो उसकी मंजूरी गांव की पंचायत से लेनी जरूरी होगी।
ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए अलग-अलग सर्कल बनाकर चलाए जाएंगे लाउड स्पीकर
सरपंच हरदीप कौर सैनी ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई व बुजुर्गों की सेहत के मद्देनजर गांव में चल रहे लाउड स्पीकरों को अलग-अलग सर्कल बनाकर चलाए जाने पर सहमति बनाई गई है। अब इसी के अनुसार गांव के अंदर लाउड स्पीकरों का इस्तेमाल किया जा सकेगा। सरपंच का मानना है कि इससे ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाई जा सकेगी।
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