कोराेना काल में पंजाब में चिकित्सा कर्मियों की हाेगी पूरी, 503 नर्सिंग स्टाफ की भर्ती के लिए परीक्षा
पंजाब में कोरोना संकट के दौरान चिकित्सा कर्मियों और नर्सिंग स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने भर्ती की प्रक्रिया तेज कर दी है। 503 नर्सिंग स्टाफ की भर्ती के लिए फरीदकोट के बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंस में परीक्षा हुई।
फरीदकोट, [प्रदीप कुमार सिंह]। पंजाब में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में चिकित्सा कर्मियों की कमी बड़ी बाधा गई है। इसको दूर करने के लिए पंजाब सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के अस्पतालों में सेहत सुविधाओं को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए रिक्त पड़े डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ के पदों पर भर्ती की जा रही है। इसी क्रम में नर्सिंग स्टाफ के 503 पदों के के लिए बाबा फरीद यूनिर्वसिटी आफ हेल्थ साइंस द्वारा रविवार को परीक्षा ली गई। इस परीक्षा का परिणाम साेवार सुबह तक विश्वविद्यालय की साइट पर जारी कर दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमित 67 अभ्यर्थियों के लिए यूनिर्वसिटी ने बनाए प्रदेश भर में 16 परीक्षा केंद्र
कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए यूनिर्वसिटी प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित 67 अभ्यर्थियों के लिए प्रदेश भर में कुल 16 सेंटर बनाए गए थे, जिसमें आठ सेंटर फरीदकोट, अमृतसर व पटियाला मेडिकल कालेजों में जबकि आठ प्रदेश के दूसरे हिस्सों के सिविल अस्पतालों में।
कुल 17327 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया गया था, जिसमें से 90 फीसदी यानी 15708 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। इन अभ्यर्थियों के लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 103 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा की सुचिता के लिए यूनिर्वसिटी द्वारा 1495 प्रयवेक्षक तैनात किए गए थे।
यूनिर्वसिटी ने मूल्यांकन किया शुरू, सुबह तक यूनिर्वसिटी की साईड पर जारी हो जाएगा परिणाम
बाबा फरीद यूनिर्वसिटी आफ हेल्थ साइंस फरीदकोट के वाइस चांसलर डा. राज बहादुर ने बताया कि प्रदेश के 103 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा भलीभांति संपन्न हो गई। उत्तरपुस्तिकाएं अब यूनिर्वसिटी के पास परीक्षा केंद्रों से पहुंच गई है, जिनका मूल्याकंन शुरू हो गया है। आशा है कि सोमवार सुबह तक उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकंन पूरा कर यूनिर्वसिटी की बेवसाइड पर रिजल्ट अपलोढ़ कर दिया जाएगा।
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उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों के कोरोना महामारी के आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट लेने के साथ ही परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। उन्होंने बताया कि सावधानी के साथ सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा देने का मौका दिया, जिनके पास आरटीपीसीआर की रिपोर्ट नहीं थी, उन्हें भी परीक्षा देने से वंचित नहीं किया गया। परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे गए थे। डा. राज बहादुर ने बताया गत वर्ष के अनुभव को देखते हुए इस बार परीक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए थे।
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