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मैरिटोरियस स्कूलों में दाखिले के लिए इस तारीख को होगा एंट्रेंस टेस्ट, हर जिले में बनेगा एक-एक परीक्षा केंद्र

जालंधर में मैरिटोरियस स्कूलों में दाखिले के लिए एंट्रेंस टेस्ट तीन अक्टूबर को दोपहर अढ़ाई से साढ़े चार बजे तक होगा। यह परीक्षा एक साथ सूबे के 10 स्कूलों के लिए आयोजित की जाएगी। इनमें केवल पठानकोट में आर्ट्स की सीटें हैं बाकी सभी में तीनों स्ट्रीम शामिल हैं।

By Vinay KumarEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 11:23 AM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 11:23 AM (IST)
मैरिटोरियस स्कूलों में दाखिले के लिए इस तारीख को होगा एंट्रेंस टेस्ट, हर जिले में बनेगा एक-एक परीक्षा केंद्र
पंजाब में मैरिटोरियस स्कूलों में दाखिले के लिए तीन अक्तूबर को एंट्रेंस टेस्ट करवाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में मैरिटोरियस स्कूलों में दाखिले के लिए एंट्रेंस टेस्ट तीन अक्टूबर को दोपहर अढ़ाई से साढ़े चार बजे तक होगा। जिसके तहत प्रत्येक जिले में परीक्षा का एक-एक केंद्र बनाया जाएगा। यह परीक्षा एक साथ सूबे के 10 स्कूलों के लिए आयोजित की जाएगी, जिसके बाद मैरिट व काउंसलिंग के आधार पर विद्यार्थियों को कामर्स, नान मेडिकल, मेडिकल सीटों का आवंटन किया जाएगा। प्रत्येक स्कूल में 4600 सीटें हैं। इनमें केवल पठानकोट में आर्ट्स की सीटें हैं, बाकी सभी में तीनों स्ट्रीम शामिल हैं। जिसमें विद्यार्थी मैरिट के आधार पर स्वेच्छानुसार अपना नंबर आने पर सूबे के किसी भी स्कूल में पसंदीदा स्ट्रीम में सीट चुन सकते हैं। जिसके लिए जिला स्तर पर हेड क्वार्टर बनाए जाएंगे। जहां पर अलाटमेंट की प्रक्रिया को सामने व एलसीडी पर आनलाईन देखते रहेंगे।

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एल्फाबेटिक तौर पर प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और अलाटमेंट के दौरान सीटों की स्थिति का विद्यार्थियों का सामने पता चलता रहेगा कि कहां कितनी सीटें पेंडिंग हैं। किसी कारणवश किसी एक स्ट्रीम की सीटें खत्म हो जाती हैं तो मौके पर ही काउंसलिंग के आधार पर शिक्षक उन्हें गाइड करते हुए दूसरी स्ट्रीम के बारे में बताएंगें। ताकि उन्हें किसी प्रकार से कोई दिक्कत न आए। बता दें कि 2014 में मेरिटोरियस स्कूलों की शुरूआत की गई थी। 2016 में एंट्रेंस एग्जाम शुरू किए गए। जिसके लिए लगभग 100 रुपये फीस रखी गई थी और अगले वर्ष टेस्ट के लिए फीस हटा दी गई। क्योंकि स्कूलों में सीटें खाली रहने लग पड़ी थी। ऐसे में अधिक विद्यार्थियों को मौका देने के लिए परीक्षा को निश्शुल्क कर दिया गया। मौजूदा समय में कोविड-19 की वजह से परीक्षाएं नहीं हो पाई और 12वीं के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की मैरिट के आधार पर ही सेशन शुरू किया गया था।

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