Punjab Politics: जानिए कौन हैं? भाजपा का दामन थामने वाले AAP पार्टी के इकलौते सांसद सुशील कुमार रिंकू
पंजाब में आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। जालंधर से AAP के सांसद रिंकू कुमार बुधवार को दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पहुंचे। जहां वह आज पार्टी में शामिल हो गए। AAP सांसद रिंकू कुमार जालंधर से सासंद हैं। बता दें पंजाब में आम आदमी पार्टी के इकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू ने बीते साल बतौर सांसद सदस्यता शपथ ग्रहण की थी। आईए जानते हैं इनके बारे में।
जागरण संवाददाता, जालंधर। भारतीय जनता पार्टी (Punjab BJP) ने पंजाब में आम आदमी पार्टी (Punjab AAP Party) को जोर का झटका दिया है। देश में आम आदमी पार्टी (AAM Aadmi Party) के एकमात्र लोकसभा सदस्य एवं जालंधर से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए पार्टी के घोषित उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू (Sushil Kumar Rinku) बुधवार शाम को भाजपा में शामिल हो गए हैं। सुशील रिंकू को शाम करीब चार बजे दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की उपस्थिति में पार्टी में शामिल करवाया
गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी (Union Minister Hardeep Puri) भी उपस्थित रहे। रिंकू के साथ आम आदमी पार्टी के जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक शीतल अंगुराल (Sheetal Angural) भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने से लोकसभा चुनाव में जालंधर की राजनीति (Jalandhar Lok Sabha Seat) में बड़ा बदलाव होगा। इसका असर आप को पंजाब (Punjab News) की अन्य सीटों पर देखने को मिल सकता है।
करीब एक साल पहले ही सुशील कुमार रिंकू कांग्रेस (Punjab Congress) का हाथ छोड़कर आप में शामिल हुए थे। आप की टिकट पर 2023 में जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव जीतकर पहली बार सांसद बने। आम आदमी पार्टी में एक साल से भी कम दिन रहने के बाद अब सुशील रिंकू ने भाजपा का दामन थाम लिया है।
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उल्लेखनीय है कि सुशील कुमार रिंकू वर्ष 2017 से 2022 तक जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शीतल अंगुराल से ही हार गए थे। 14 जनवरी, 2023 को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूर्व सांसद संतोख चौधरी का हृदयघात से निधन हो गया था।
इसके बाद जालंधर लोकसभा सीट (Lok Sabha Chunav 2024) पर उपचुनाव से ठीक पहले सुशील कुमार रिंकू कांग्रेस को छोड़कर 5 अप्रैल, 2023 को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। आप ने उन्हें उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बना दिया। आप ने कांग्रेस से आए सुशील रिंकू के सहारे ही जालंधर में कांग्रेस का गढ़ गिरा दिया।
रिंकू उपचुनाव जीत कर पहली बार सांसद बने और आप की लोकसभा में दोबारा एंट्री करवाई। उन्होंने पूर्व सांसद संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर को 58 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया था। रिंकू को 3,02,279 मत मिले थे।
राजनीतिक परिचय
सुशील रिंकू वर्ष 1990 में एनएसयूआई के सक्रिय सदस्य रहे। वर्ष 2002 में लोकसभा चुनाव के दौरान कार्यकर्ता के रूप में काम किया और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की नजर में आए। वर्ष 2006 में निकाय चुनाव लड़ा और पार्षद बने।
वह दो बार पार्षद रहे। जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से एक बार विधायक बने। दूसरा चुनाव हार गए। उनके पिता राम लाल पूर्व पार्षद रहे हैं। पत्नी डा. सुनीता रिंकू भी दो बार पार्षद बनीं हैं।
बदलेंगे सभी पार्टियों के राजनीतिक समीकरण
सुशील कुमार रिंकू जालंधर में रविदासिया समाज का प्रतिनिधित्व करने वाला बड़ा नाम हैं। वह कांग्रेस में लंबे समय तक रहे हैं। विधायक भी रहे। रिंकू उनका लोगों के बीच अपना आधार है। इसी तरह जालंधर लोकसभा सीट के शहरी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी का अच्छा आधार है।
जालंधर लोकसभा सीट में करीब डेढ़ लाख हिंदू वोट हैं। अगर सुशील रिंकू को भाजपा जालंधर लोकसभा सीट से मैदान में उतारती है तो भाजपा पूरी तरह मुकाबले में उतर आएगी। आप को फिर से उम्मीदवार की तलाश करनी होगी। कांग्रेस (Congress) और शिअद (SAD) ने अब तक उम्मीदवार मैदान में उतारा नहीं है।
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