एसपी सलविंदर की दीनानगर हमले के समय भूमिका की भी जांच शुरू
एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के मामले में एसपी सलविंदर पर एनआइए का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। पिछले जुलाई में दीनानगर हमले के समय एसपी की भूमिका की भी जांच श्ाुरू हो गई है। दूसरी ओर, दिल्ली में सोमवार काे होनेवाली पूछताछ में बड़ा खुलासा हो सकता है।
गुरदासपुर, [हरिश्चंद्र]। पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के मामले में एसपी सलविंदर पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। एनआइए और पंजाब पुलिस उनके करीबियों पर भी नजर रख रही है। पिछले साल दीनानगर में हुए आतंकी हमले के दौरान उनकी भूमिका की भी जांच श्ाुरू हो गई है। इसके साथ ही साेमवार को दिल्ली में उनसे पूछताछ व लाइ डिटेक्टर टेस्ट में कोई बड़ा खुलासा होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
साेमवार को दिल्ली में पूछताछ में हो सकता है बड़ा खुलासा
एसपी सलविंदर से पिछले कई दिनों से लगातार पूछताछ के बाद उन्हें एनआइए ने सोमवार को दिल्ली तलब किया है। माना जा रहा है कि उससे वहां कड़ी पूछताछ के अलावा लाइ डिटेक्टर टेस्ट और पॉलिग्राफ टेस्ट भी किया जा सकता है। संभावना जताई जा रही है कि सोमवार को कोई बड़ा खुलासा हो सकता है। यदि एसपी कहीं भी फंसे तो यह पंजाब पुलिस के लिए बड़ा झटका होगा। बताया जाता है कि एनआइए की जांच टीम अभी कुछ स्थानों पर ले जाकर सलविंदर सिंह से पूछताछ कर रही है।
एसपी सलविंदर सिंह के साथ जांच करती एनआइए की टीम।
इतना ही नहीं बार्डर पर लंबे समय से तैनात पुलिस अफसरों व कर्मचारियों की सम्पत्ति की जांच भी कराने की तैयारी है। उच्च पुलिस अफसरों को इस इलाके में पुलिस और ड्रग माफिया की मिलीभगत का अंदेशा है। यही वजह है कि कई इंस्पेक्टर स्तर तक के अधिकारी व कर्मचारी यहां से बाहर की पोस्टिंग नहीं चाहते और तबादला होने पर उसे रुकवाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं।
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हालांकि, बार्डर पर तैनात फोर्स को इसलिए भी वहां ज्यादा समय रखा जाता है क्योंकि उनके पास वहां के संदिग्ध लोगों व क्राइम से जुड़े लोगों का काफी डाटा होता है। इसके साथ ही अधिकारी यह भी मानते हैं कि लंबे समय तक एक स्टेशन पर टिकने से इनके ऐसे लोगों के साथ संबंध भी बन जाते हैं।
पुलिस और एनआइए को पूरा शक है कि एसपी सलविंदर ड्रग तस्करों से जुड़े थे और सीमा पार से आते ड्रग या हैंडलर को सीमा पार कराने में उनकी कहीं न कहीं भूमिका रही है। इस बार भी इतनी रात को बिना गनमैन व हथियार के सुनसान सड़क से वापस लौटने को लेकर भी यही आशंका जताई जा रही है कि वह बार्डर से किसी को लेने गए थे लेकिन वे तस्कर न होकर आतंकी निकले।
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पुलिस ने एसपी सलविंदर की दीनानगर आतंकी हमले के दौरान की कार्यशैली की समीक्षा व जांच भी शुरू कर दी है। पिछले वर्ष 27 जुलाई को दीनानगर पुलिस थाने में हुए आतंकी हमले के समय भी एसपी सलविंदर सिंह गुरदासपुर में ही तैनात थे और उस पुलिस बल में शामिल थे जो मौके पर सबसे पहले पहुंचा था। उस हमले में एसपी बलजीत सिंह शहीद हो गए थे। एसपी बलजीत सिंह ने जहां फ्रंट पर जाकर आतंकियों से लोहा लिया था, वहीं एसपी सलविंदर की उस समय क्या भूमिका रही थी, इसकी जांच शुरू हो गई है।