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सरकारी स्‍कीमों में लाेन का झांसा दे सैकड़ाें लोगों से ठगे 80 लाख, सरगना गिरफ्तार

फिरोजपुर के जीरा का एक व्‍यक्ति और उसके दो साथियों ने सरकारी स्‍कीमों के तहत लाेन दिलाने के नाम करीब 500 लोगों से 80 लाख रुपये ठग लिये।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 12:03 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 09:06 PM (IST)
सरकारी स्‍कीमों में लाेन का झांसा दे सैकड़ाें लोगों से ठगे 80 लाख, सरगना गिरफ्तार
सरकारी स्‍कीमों में लाेन का झांसा दे सैकड़ाें लोगों से ठगे 80 लाख, सरगना गिरफ्तार

जेएनएन, फिरोजपुर। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सहित अन्य स्कीमों पर लोन व सब्सिडी दिलाने के नाम पर चार जिलों के 500 से ज्यादा लोगों से करीब 80 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने इस गिरो‍ह के सरगना को गिरफ्तार किया है। जीरा सिटी थाने की पुलिस ने जलालाबाद व गुरुहरसहाय के 100 लोगों से ठगी का मामला सामने आने के बाद गिरोह के सरगना मनमोहन सिंह को गिरफ्तार किया है। 

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मनमोहन सिंह जीरा क्षेत्र के बस्ती समसदीन का रहनेवाला है। उसके दो साथी जीरा निवासी जगजीत सिंह और सुखेवाला निवासी त्रिलोचन सिंह फरार हैं। ठगी के शिकार हुए लोग फिरोजपुर, फाजिल्का, मोगा और फरीदकोट जिलों के हैं। पीडि़तों ने पिछले दिनों विधायक कुलवीर सिंह जीरा से भी गुहार लगाई थी। इसके बाद जीरा के झतरा रोड निवासी बलजिंद्र सिंह की शिकायत पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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शिकायतकर्ता बलजिंद्र ने पुलिस को बताया कि वह ईंट भट्ठे पर मुनीम का काम करता है। आरोपित मनमोहन सिंह ने उससे व भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों से कहा कि वह इंडियन ओवरसीज बैंक में सहायक मैनेजर है। वह प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत उनको एक-एक लाख रुपये का लोन दिलवा देगा। इस पर 20 हजार रुपये सब्सिडी और ब्याज में छूट सहित कई फायदे मिलेंगे।

इसके लिए मनमोहन सिंह ने बलजिंद्र सिंह व भट्ठे पर काम करने वाले नौ मजदूरों से 15-15 हजार रुपये लिए। इसके साथ ही पैन कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज भी लिए। बलजिंद्र व अन्य से डेढ़ लाख रुपये लेने के बाद भी मनमोहन ने लोन नहीं दिलाया। बार-बार पूछने पर टालमटोल करता रहा। काफी जद्दोजहद के बाद 50 हजार लौटाए, लेकिन एक लाख लौटाने से इंकार कर दिया। बलजिंद्र सिंह के अनुसार आरोपित के साथ जगजीत सिंह व त्रिलोचन सिंह भी होते थे, जो खुद को बैंक के कर्मचारी बताते थे।

महंगी कार में आता था आरोपित

बलजिंद्र सिंह के अनुसार, मनमोहन सिंह उनके पास अच्छी ड्रेस व महंगी कार में आता था। वह उन्हें लोगों के दस्तावेज व चेक भी दिखाता कि उसने लोन दिलाया है। इससे उन्हें विश्वास हो गया कि वह बैंक मैनेजर ही होगा। इसी वजह से विश्वास कर उसे डेढ़ लाख रुपये दे दिए।

सौ से ज्यादा लोगों को बठिंडा भेजकर किया मोबाइल बंद

8 अगस्त को गुरुहरसहाय और जलालाबाद से करीब 100 लोग आरोपित के घर आए। इन्होंने रुपये लेने के बावजूद लोन नहीं दिलाने की बात कही तो आरोपित ने कहा कि उनके दस्तावेज बठिंडा स्थित ओवरसीज बैंक की ब्रांच में हैं। आप लोग वहां पहुंचो, वह भी आता है। तब बलजिंद्र सिंह व सभी पीडि़त लोग बठिंडा पहुंचे। बैंक जाकर स्टाफ ने बताया कि उनकी ब्रांच में मनमोहन सिंह नाम का कोई सहायक मैनेजर नहीं है।

इसके बाद पीडि़तों ने मनमोहन को फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया। लोग दो बसों में सवार होकर फिर से जीरा में मनमोहन के घर आए तो आरोपित वहां नहीं मिला। इसके बाद पीडि़तों ने विधायक कुलवीर सिंह जीरा के निवास पर जाकर व्यथा सुनाई। विधायक ने पुलिस को बुलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया।

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60 से ज्यादा लोगों के आइडी प्रूफ भी मिले

सिटी थाना जीरा के एसएचओ देवेंद्र कुमार और केस की जांच कर रहे अधिकारी एएसआइ निर्मल सिंह के अनुसार पकड़े गए आरोपित से 60 से ज्यादा लोगों के आइडी प्रूफ भी मिले हैं। उससे पूछताछ की जा रही रही है।

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