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Punjab News: धान की वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित कर रही मान सरकार, कपास सहित इनका होगा बीमा

Punjab News मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक वीडियो जारी करके कहा कि कपास सहित कुछ फसलों को फसली बीमा के अधीन लाया जाएगा ताकि किसानों को गुलाबी सुंडी या चिट्टी मक्खी से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghPublished: Thu, 30 Mar 2023 12:49 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2023 12:49 PM (IST)
Punjab News: धान की वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित कर रही मान सरकार, कपास सहित इनका होगा बीमा
धान की वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित कर रही मान सरकार

चंडीगढ़, इन्द्रप्रीत सिंह। धान की वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित करने के इरादे से पंजाब सरकार इन फसलों को लगाने में आ रही अड़चनों को दूर करेगी। कपास सहित कुछ फसलों को फसली बीमा योजना के अधीन लाने के अलावा बासमती का रेट निर्धारित किया जाएगा और अगर अगर रेट इससे नीचे गया तो फसल को सरकार खरीदेगी।

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मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक वीडियो जारी करके कहा कि कपास सहित कुछ फसलों को फसली बीमा के अधीन लाया जाएगा ताकि किसानों को गुलाबी सुंडी या चिट्टी मक्खी से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज खरीफ की फसलों को लेकर अपना एजेंडा किसानों के साथ साझा करते हुए कहा कि सरकार धान की वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित करने की इच्छुक है। इसके लिए मैंने मुख्य सचिव की अगुवाई में एक कमेटी का गठन किया है जो स्टडी करके बताएगी कि धान के अलावा और कौन सी फसलें हैं जो उगा सकते हैं। यह कमेटी उन्हें रिपोर्ट देगी।

भगवंत मान ने कहा कि पहले पंजाब में तरह तरह की फसलें हुआ करती थीं लेकिन धीरे धीरे हम केवल धान और गेहूं पर आ गए हैं जिससे कई तरह की समस्याएं हमारे सामने आ खड़ी हुई हैं। इससे पंजाब का 80 फीसदी क्षेत्र में भूजल का गिर गया है। हमें बिजली का अतिरिक्त प्रबंध करना पड़ता है। पराली की समस्या ने पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।

हर किसान के खेतो में पहुंचेगा पानी

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों ने उन्हें किसान मिलनी के दौरान बताया था कि अगर एक अप्रैल को नहरों में पानी छोड़कर इसे टेल एंड तक पहुंचा दिया जाए तो कपास का रकबा बढ़ सकता है क्योंकि इस दौरान लगाई गई कपास का पौधा मजबूत हो जाता है। कीट उस पर हमला कम करते हैं।

पानी रोकने वालों पर है सीएम की नजर

सीएम मान ने किसानों को भरोसा दिया कि एक अप्रैल तक सभी टेलों पर पानी पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले रसूखदार किसान बड़े राजनीतिक लोगों से सांठ-गांठ करके और खालों के मोगे बड़े करवाकर ज्यादातर पानी ले जाते थे। मैंने सभी डिप्टी कमिश्नरों, जिला पुलिस प्रमुख और विजिलेंस के अधिकारियों पर ऐसे लोगों पर नजर रखने को कहा है। यही नहीं, किसानों को कपास के बीज पर 33 फीसदी सब्सिडी भी दी जाएगी।

बासमती का भाव होगा सुनिश्चित  

कपास के अलावा बासमती को एक और बेहतर विकल्प बताते हुए कहा कि मार्कफैड को बासमती का भाव सुनिश्चित करने को कहा है अगर इस रेट से बाजार में रेट नीचे जाएगा तो सारी बासमती मार्कफैड की ओर से खरीदी जाएगी। इसके अलावा चुगावां और जालंधर ब्लाक में दो लैब भी बना रहे हैं जो इस बात का ध्यान रखेंगी कि कीटनाशकों पर मापदंड से ज्यादा कीटनाशक न पड़े। उन्होंने कहा कि ऐसा बासमती को विदेशों में निर्यात के समय दिक्कत न आने के लिए किया जा रहा है।

सीएम ने की किसानों से ये अपील

भगवंत मान ने कहा कि पिछले साल मूंग की फसल को प्रोत्साहित किया गया। लेकिन विशेषज्ञों ने जानकारी दी है कि इसे कपास के रकबे में न लगाया जाए इसलिए मानसा, बठिंडा, मुक्तसर और फाजिल्का जिलों में इसे न लगाएं। मान ने कहा कि फसलों की देखरेख के लिए जहां 2500 किसान मित्र नियुक्त किए जाएंगे, वहीं 100 सुपरवाइजर लगाए जाएंगे।


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