पंजाब काला दौर देख चुका है, भड़काने वालों से सचेत रहें लोग: CM मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर कीमत पर पंजाब में शांति सद्भावना और आपसी-भाईचारे को कायम रखने के लिए पाबंद है। शिक्षा का युग है और विश्व भर में ज्ञान और महारत वाले लोगों ही अलग पहचान बनाते हैं।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी अमृतपाल सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए राज्य को धार्मिक रास्ते पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे स्वयंभू लोगों के साथ राज्य और यहां के लोगों के साथ कोई लेना-देना नहीं है। पंजाब काला दौर देख चुका है और लोगों को भड़काने वालों से सचेत रहना चाहिए। ऐसे लोग केवल राज्य की अमन-शांति को भंग करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री मान बुधवार को म्यूनिसिपल भवन में युवाओं को भर्ती के लिए नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर कीमत पर पंजाब में शांति, सद्भावना और आपसी-भाईचारे को कायम रखने के लिए पाबंद है। शिक्षा का युग है और विश्व भर में ज्ञान और महारत वाले लोगों ही अलग पहचान बनाते हैं।
मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर किया कि कुछ लोग अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए राज्य को धर्म के नाम पर बांट रहे हैं। लोगों को ऐसे विचारों की तरफ ध्यान नहीं देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि अमृतपाल के मामले में हुई गिरफ्तारियों को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सरकार को बेकसूर सिख युवाओं को छोड़ने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री मान ने जत्थेदार के अल्टीमेटम पर पलटवार करते हुए कहा था कि जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब जी, सभी जानते हैं कि आप और एसजीपीसी हमेशा बादलों का पक्ष लेते रहे हो। कई जत्थेदारों को बादलों ने अपने स्वार्थ के लिए प्रयोग किया है।
उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि आप ऐसा अल्टीमेटम श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और पावन स्वरूप चोरी होने के समय जारी करते। मान ने जत्थेदार साहिब को लेकर दूसरी बार ऐसा ट्वीट किया। मान ने इससे पहले जत्थेदार साहिब के एक बयान पर ट्वीट करके टिप्पणी की थी कि युवाओं के हाथों में हथियार नहीं, किताबें होनी चाहिए। उनका यह ट्वीट जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के उस बयान के संदर्भ में आया था जिसमें उन्होंने सिख युवाओं को हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने को कहा था।