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राष्‍ट्रप‍ति कोविंद को याद आई चंडीगढ़ की बहादुर बेटी नीरजा भनोट

राष्‍ट्रपति रामनाथ का‍ेविंद ने बुधवार को कहा कि चंडीगढ़ का नाम सामने आते ही बहादुर बेटी नीरजा भनोट याद अाती है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 28 Feb 2018 12:37 PM (IST)Updated: Wed, 28 Feb 2018 08:53 PM (IST)
राष्‍ट्रप‍ति कोविंद को याद आई चंडीगढ़ की बहादुर बेटी नीरजा भनोट
राष्‍ट्रप‍ति कोविंद को याद आई चंडीगढ़ की बहादुर बेटी नीरजा भनोट

जेएनएन, चंडीगढ़। राष्‍ट्रपति रामनाथ का‍ेविंद ने बुधवार को चंडीगढ़ की बहादुर बेटी नीरजा भनाेट की याद किया। उन्‍होंने कहा कि चंडीगढ़ का नाम सामने आते ही बहादुर बेटी नीरजा भनोट याद अाती है। नीरजा ने जिस तरह अपना बलिदान देकर 559 विमान यात्रियों की जान बचाई वह अद्भूत है। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ की अनेक बेटियों ने देश का मस्‍तक गर्व से ऊंचा किया है।

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राष्‍ट्रपति यहां सेक्टर 36 एमसीएम डीएवी गर्ल्‍स कॉलेज के गोल्डन जुबली समारोह में को संबोधित कर रहे थे।  कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने होनहार छात्राओं को सम्मानित किया। उन्‍होंने कहा कि बेटियों ने सदैव देश का मान बढ़ाया है और हमारा सिर ऊंचा किया है। चाहे खेल हो या कोई अन्‍य क्षेत्र देश की बेटियों ने अप्रतिम शौर्य और कौशल का प्रदर्शन किया है। उन्‍होंने इस क्रम में महिला मुक्‍केबाज मैरीकॉम का उदाहरण भी दिया।

समारोह का दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर शुभारंभ करते राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद।

समारोह में राष्‍ट्रपति ने होनहार छात्राओं को सम्मानित किया। कोविंद ने इस दौरान समाज में बेटियों के प्रति बदलते नजरिए को लेकर अपने विचार रखे। उनकी धर्मपत्नी सविता कोविंद भी मौके पर मौजूद रहीं। कोविंद ने कहा कि बेटियों को खुले में जीने की आजादी मिलनी चाहिए। यह आजादी उन्हें हर क्षेत्र में नई बुलंदियां पाने से रोक नहीं सकेगी।

उन्‍होंने कहा कि पीवी संधू, सानिया मिर्जा, साइना नेहवाल, फौगाट बहनें और अरुणा रेड्डी जैसी बेटियां आज सिर्फ उनके पेरेंट्स की खुली सोच के कारण समाज के लिए मिसाल बनी हैं। ऐसा सिर्फ उनके पेरेंट्स के कारण हुआ है। दूसरे भी ऐसा ही करें। राष्ट्रपति ने इस मौके पर बॉक्सिंग सनसनी मैरीकॉम का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर दिल में कुछ करने की इच्छा हो तो पारिवारिक बाधाएं होते हुए भी अलग मुकाम हासिल किया जा सकता है।

ये लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर और पंजाब यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर सहित कई हस्तियां मौजूद थी। एमसीएम कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव और डीएवी मैनेजमेंट कमेटी के प्रेसिडेंट डॉ. पूनम सूरी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। राष्ट्रपति ने समारोह में एमसीएम के बनने वाले गोल्डन जुबली हाल का नींव पत्थर  भी रखा। वीपी सिंह बदनौर ने कॉलेज का सोविनियर लांच किया। 

नीरजा भनोट चंडीगढ़ की बेटियों में सबसे पहला नाम

एमसीएम की होनहार छात्राओं के सम्मान के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर सहित यहां की बेटियों ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा से खास पहचान बनाई है। ऐसी बेटियों की लंबी सूची है, लेकिन इसमें एक नाम सबसे पहले आता है। 1986 में अपनी बहादुरी से 359 हवाई यात्रियों की जान बचाने वाली नीरजा भनोट पर चंडीगढ़ ही नहीं, पूरे देश को नाज है।

समरोह में मौजूद छात्राएं व शिक्षक।

हमारी बॉडी लैंग्वेज से देखिए, हम कितने खुश हैं

कोविंद ने कहा कि हम सभी यहां पर आकर कितने अच्छे महसूस कर रहे हैं, इसे आप सब हमारी बॉडी लैंग्वेज से भांप सकते हैं। उनके इस कमेंट पर एमसीएम कॉलेज का पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। कोविंद ने कहा कि भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जैसी हस्तियां डीएवी संस्थान की देन हैं। उन्हें खुशी है कि उन्होंने भी ग्रेजुएशन की पढ़ाई कानपुर स्थित डीएवी कॉलेज से की है।

अंगदान सिर्फ औपचारिकता नहीं, दिल से हो

समारोह में डॉ. बलदेव सिंह ने सभी को अंगदान की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति ने कहा कि यह शपथ सिर्फ औपचारिकता मात्र न हो, बल्कि इसे दिल से स्वीकार किया जाना चाहिए। उन्होंने इस नेक काम में सभी लोगों से जुडऩे का आह्वïान किया।

शहर की जमकर तारीफ की, कहा-दूसरों के लिए मिसाल सिटी ब्यूटीफुल

कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद उन्हें पहली बार ली काबू्र्रजिए के डिजाइन शहर में आने का मौका मिला है। उन्होंंने कई मायनों में देश के अन्य शहरों से बेहतर होने के उदाहरण दिए। यह शहर अन्य के लिए मिसाल है। स्वच्छता से लेकर हरियाली, वेस्ट मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी सिटी, समाज विकास, महिलाओं की शिक्षा सहित कई उदाहरण दिए। वेस्ट टू बेस्ट के लिए मशहूर नेकचंद के रॉक गार्डन का उदाहरण दिया।

गौरवान्वित करने वाली बेटियां सम्मानित

गोल्डन जुबली समारोह में एमसीएम डीएवी कॉलेज से पढ़कर विभिन्न क्षेत्र में नाम रोशन करने वाली पूर्व छात्राओं को सम्मानित किया गया। इनमें आइएएस पलका साहनी, आइपीएस अधिकारी सोनिया नारंग, इंडियन इकनोमिक्स सर्विसेज में चयनित दिलाशा वासुदेवा, रिटायर्ड कैप्टन रुचि शर्मा, स्वर्गीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट हरिता दयोल की मां शामिल है। 

खेलों में झंडे गाड़ने वाली बेटियों को भी नवाजा

एमसीएम कॉलेज की स्पोट्र्स में इंटरनेशनल स्तर पर मेडल जीतने वाली रोल बॉल चैंपियन निताशा, मार्शल आर्ट खिलाड़ी यामिनी गुप्ता, इंटरनेशनल क्रिकेटर तानिया भाटिया, स्वीमर चाहत अरोड़ा और रिदमिक जिमनास्ट पलक कौर बिजराल को भी सम्मान बख्शा गया। नेशनल लेवल पर बेस्ट एनसीसी कैडेट चुनी गई आलिया शर्मा और प्रिया पोडय़ाल को भी राष्ट्रपति की मौजूदगी में सम्मानित किया गया।

देखें तस्‍वीरें: राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद चंडीगढ़ में, बेटियों का बढ़ाया उत्‍साह

बाद में राष्‍ट्रपति कोविंद चंडीगढ़ के दौरे के बाद नई दिल्‍ली लौट गए। समारोह में पंजाब के राज्‍यपाल वीपी सिंह बदनौर और हरियाणा के राज्‍यपाल प्रो. कप्‍तान सिंह और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी उनके साथ थे। कार्यक्रम के बाद राष्‍ट्रपति चंडीगढ़ एयरपोर्ट रवाना हो गए। वहां से वह विशेष विमान में नई दिल्‍ली रवाना हुए।

इससे पहले राष्‍ट्रपति के कार्यक्रम के कारण पंजाब राजभवन के पीछे वाली सड़क, ट्रिब्यून चौक, सेक्टर-26 की सड़क, सेक्टर-34,35,36 एरिया में सुबह से जाम लगा रहा। राष्‍ट्रप‍ति मंगलवार शाम चंडीगढ़ आए थे। उन्‍होंने रात्रि विश्राम पंजाब राजभवन के प्रेजिडेंशियल सूईट किया। एयरपोर्ट पर पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया।

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, सांसद सांसद किरण खेर, मेयर देवेश मोदगिल और प्रशासक के सलाहकार परिमल रॉय भी इस मौके पर उपस्थित रहे। एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वह पंजाब राजभवन पहुंचे। तीनों राज्यपाल भी उनके साथ राजभवन ही आए। वहां राष्ट्रपति के लिए प्रेजिडेंशियल सूईट तैयार किया गया था। राष्ट्रपति का रॉक गार्डन जाने का कार्यक्रम भी था, लेकिन बाद में इस कार्यक्रम को रद कर दिया गया। 


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