पंजाब में अब सरकारी इमारतों व शिक्षा संस्थानों का होगा पावर आॅडिट
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में सभी सरकारी इमारतों और शिक्षा संस्थानों में पावर ऑडिट कराने का निर्देश दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में सभी सरकारी इमारतों और शिक्षा संस्थानों का ऊर्जा सर्वेक्षण (पावर आॅडिट) होगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसके लिए निर्देश दिया है अौर यह अॉडिट पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्यौगिकी कौंसिल (पीएससीएसटी) करेगी। इसका उद्देश्य बिजली के खर्चों को कम करना है।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश पुष्पा गुजराल साइंस सिटी (पीजीएससी) सोसायटी की बैठक में दिया। मुख्यमंत्री ने सरकारी इमारतों, संस्थाओं, कार्यालयों में बिजली के अंधाधुंध प्रयोग पर चिंता जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऑडिट ज्यादातर सार्वजनिक हितों के मद्देनजऱ बिजली की बचत में मददगार होगा। मुख्यमंत्री ने पीएससीएसटी की कार्यकारी डायरेक्टर डा. जतिंदर कौर अरोड़ा द्वारा मीटिंग में पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा करवाए गए ऊर्जा ऑडिट संबंधी दी जानकारी के बाद यह निर्देश दिए।
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अरोड़ा ने बताया कि ऊर्जा बचत संबंधी विभिन्न कदम लागू किए जाने के बाद वार्षिक 12 लाख रुपये की बिजली की बचत हुई है, जबकि इस ऑडिट के लिए केवल 1.7 लाख रुपये निवेश किए गए। पीजीएससी को इस प्रोजेक्ट के लिए राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय ऊर्जा संभाल अवार्ड दिया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने साइंस सिटी रंगमंच का 3 डी से 5 डी तक स्तर ऊंचा उठाने की मंजूरी दी। इस मौके पर मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा एसके संधू, अतिरिक्त मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा एमपी सिंह, प्रमुख सचिव विज्ञान और प्रौद्यौगिकी डा. रोशन सुंकारिया, डायरेक्टर उद्योग डीपीएस खरबंदा आदि उपस्थित थे।