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Chandigarh के इस पुराने सोफे की कीमत 7 लाख रुपये, इस बार Italy में हो रहा नीलाम

चंडीगढ़ के क्रिएटर ली कार्बुजिए के कजिन पियरे जेनरे द्वारा डिजाइन किए गए सोफे की किमत सात लाख रुपये है। यह सोफा अब निलाम होने जा रहा है। चंडीगढ़ के हेरिटेज फर्नीचर की निकाली रुक नहीं रही है जिसका नतीजा है कि इस बार इटली में यह ऑक्शन होगी।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Thu, 18 Mar 2021 11:56 AM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 11:56 AM (IST)
Chandigarh के इस पुराने सोफे की कीमत 7 लाख रुपये, इस बार Italy में हो रहा नीलाम
यह सोफा जिसकी कीमत सात लाख रुपये है, पियरे जेनरे ने डिजाइन किया है।

चंडीगढ़, जेएनएन। वर्ष 2021 चंडीगढ़ की विरासत के लिए अच्छा नहीं घट रहा है। जनवरी से अभी तक महज ढाई महीने में पांच ऑक्शन हो चुकी हैं। यह ऑक्शन लग्जमबर्ग, फ्रांस, यूएसए, यूके, ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों में हुई हैं। अब ऑक्शन इटली के मिलन शहर में हो रही है। इस ऑक्शन में ली कार्बूजिए के कजिन पियरे जेनरे का डिजाइन फर्नीचर नीलाम होगा।

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पियरे जेनरे की डिजाइन छह आर्मचेयर पहले लॉट में नीलाम हो रही हैं। नीलाम घर ने इनकी अनुमानित लागत सात लाख रुपये तय की है। जबकि जेनरे का ही डिजाइन सोफा भी ऑक्शन में नीलाम होगा। इसकी कीमत भी लगभग सात लाख रुपये निर्धारित की गई है। यह ऑक्शन 24 मार्च को मिलन शहर में होगी। हमेशा की तरह इस बार भी एडवोकेट अजय जग्गा ने ऑक्शन से पहले ही इसकी सूचना इटली से लेकर भारत सरकार को भी दी है। हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर अजय जग्गा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर, इटली में भारत की एंबेस्डर डा. नीना मल्होत्रा और डिप्टी चीफ ऑफ मिशन इटली निहारिका सिंह को चिट्ठी लिखकर इस ऑक्शन की शिकायत भेजी है।

2011 से बैन है आइटम

गृह मंत्रालय ने 22 फरवरी 2011 के बाद से सभी तरह की हेरिटेज आइटम को सरहद पार भेजने पर रोक लगा रखी है। हालांकि इससे पहले बड़े स्तर पर इन्हें बाहर भेजा जाता रहा। यूटी प्रशासन ने खुद ऑक्शन कर फर्नीचर बेचा था। लेकिन 2011 के बाद से इन सब पर रोक लगी है। अब यह सब चोरी छिपे विदेशी नीलाम घरों तक पहुंच रहा है। तस्कर इस कार्य के लिए महिलाओं को मोहरा बनाते हैं।

पंजाब यूनिवर्सिटी में सबसे अधिक फर्नीचर

चंडीगढ़ बनने के बाद ली कार्बूजिए और उनके कजिन जेनरे ने विभिन्न प्रशासनिक और शैक्षणिक बिल्डिंग के लिए फर्नीचर डिजाइन किया था। पंजाब यूनिवर्सिटी में सबसे अधिक फर्नीचर है। जो फर्नीचर नीलाम हो रहा है उसमें पंजाब यूनिवर्सिटी का फर्नीचर सबसे अधिक है। पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट, विधानसभा और सेक्रेटेरिएट में भी बड़ी मात्रा में यह फर्नीचर रहा है।

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