सिद्धू बोले-पंजाब को कुत्तों के हवाले नहीं छोड़ सकता, मंत्री बाजवा ने पूछा- कौन हैं कुत्ते
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा आमने-सामने आ गए हैं। बाजवा ने सिद्धू की शब्दशैली पर सवाल उठाए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह कैबिनेट के दो वरिष्ठ मंत्री आपस में उलझा गए हैं। स्थानीय निकाय मंत्री मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा आमने-सामने आ गए हैं। दोनों में अवैध कॉलोनियों की पॉलिसी को लेकर पहले से ही टकराव चल रहा है। सिद्धू के एक बयान पर बाजवा ने कड़ी आपत्ति जताई है और उनकी शब्दावली को गलत करार दिया है।
बाजवा बोले, अकालियों व आप के लिए भी ऐसी शब्दावली इस्तेमाल करना गलत
सिद्धू ने कहा था कि 'मैं पंजाब को कुत्तों के हवाले नहीं छोड़ सकता।' इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बाजवा ने सिद्धू से पूछा है कि वह नाम बताएं कि कुत्ता किसे कह रहे हैं। बाजवा ने कहा, अगर सिद्धू अकाली दल और आम आदमी पार्टी के बारे कह रहे हैं, तो भी यह बुरी बात है। ऐसी शब्दावली इस्तेमाल करना मंत्री को शोभा नहीं देता।
अवैध कॉलोनियों की पॉलिसी पर आमने-सामने आ चुके सिद्धू व बाजवा फिर टकराए
सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में बाजवा ने कहा कि सिद्धू एक प्रसिद्ध क्रिकेटर रहे हैं और वरिष्ठ मंत्री हैं। वह ऐसी भाषा का इस्तेमाल करें, यह ठीक नहीं। यदि वह ऐसा कहना ही चाहते हैं, तो उन्हें नाम लेकर स्पष्ट करना चाहिए।
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78 सीटें अमरिंदर की बदौलत मिलीं, न कि सिद्धू की
बाजवा ने सिद्धू को नसीहत दी कि वह इतना तेज न चलें, थोड़ा सब्र रखें। कांग्रेस को 78 सीटें कैप्टन अमरिंदर सिंह की बदौलत मिली हैं, न कि अकेले सिद्धू की बदौलत। अवैध कॉलोनियों को रेगुलर करने की पॉलिसी को लेकर सिद्धू से चल रहे मतभेद के सवाल पर बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से बनाई गई समिति में शामिल सिद्धू की जरूरी राय मानी गई है।
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उन्होंने कहा कि हर मामले में सिद्धू की बात नहीं मानी जा सकती। सरकार में फैसले सबकी सहमति से होते हैं, किसी एक व्यक्ति की राय से नहीं। बाजवा ने कहा कि गैरकानूनी कॉलोनियों के बारे में सब कुछ सहमति से हुआ है। इस पॉलिसी को आने वाली कैबिनेट में पास किया जाएगा।