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Khelo India Youth Games: जिम्नास्टिक में इनका कोई सानी नहीं; महाराष्ट्र की 16 साल की संयुक्ता ने जीते 5 गोल्ड, मां हुईं भावुक

Khelo India Youth Games 2021 खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जिम्नास्टिक मुकाबले में महाराष्ट्र की 16 साल की संयुक्ता ने 5 गोल्ड मेडल जीतकर हर किसी को हैरान कर दिया है। बेटी की इस जीत से मां की आंखों से खुशी के आंसू निकल पड़े।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Wed, 08 Jun 2022 07:58 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jun 2022 07:58 AM (IST)
संयुक्ता ने बताया कि उनका पहले जिम्नास्टिक में आने का बिल्कुल भी मन नहीं था।

वैभव शर्मा, चंडीगढ़। Khelo India Youth Games 2021: खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मंगलवार को जिम्नास्टिक के मुकाबले हुए। इन मुकाबलों में रिदमिक जिम्नास्टिक इवेंट में सब उस समय हैरान रह गए, जब महाराष्ट्र की 16 वर्षीय जिम्नास्ट संयुक्ता ने एक के एक बाद पांच गोल्ड मेडल अपने नाम किए। संयुक्ता के शानदार प्रदर्शन के दम पर महाराष्ट्र पदक तालिका में 19 गोल्ड के साथ पहले स्थान पर पहुंच गया है। 

पांच स्वर्ण पदक जीतने वाली संयुक्ता ने बताया कि उनका पहले जिम्नास्टिक में आने का बिल्कुल भी मन नहीं था।लेकिन धीरे-धीरे रूचि बढ़ती गई और देश के लिए जिम्नास्टिक में गोल्ड मेडल लाना सपना है। पेरिस ओलिंपिक के लिए संयुक्ता तैयारी कर रही हैं। संयुक्ता ने कहा कि ओलिंपिक में भी ऐसे ही खेलते हैं जैसे हम दूसरे टूर्नामेंट्स में खेलते हैं। बस खिलाड़ी उस बड़े टूर्नामेंट का मानसिक तनाव ले लेते हैं जो उसके मेडल न जीतने की सबसे बड़ी वजह है। खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ी बात अपने मानसिक संतुलन को स्थिर रखना होता है, जिसने यह कर लिया वह मेडल जीतने में सफल हो जाता है।

प्रेक्टिस और एकाग्रता से जीते मेडल

संयुक्ता ने बताया कि जब उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए चुना गया तो उन्होंने सोचा था कि मेडल तो जीतना है। जिम्नास्टिक के लिए वह मैदान के बाद घर में जाकर भी प्रेक्टिस करती थी। जिस दिन वह यहां पर आई तो उन्होंने मन में ठान ली थी कि गोल्ड मेडल से कम कुछ नहीं चाहिए। मुझे चैंपियन बनाने के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं, जिनकी वजह से पांच स्वर्ण पदक जीते।

पहला लक्ष्य भारतीय टीम में शामिल होना

संयुक्ता ने कहा कि अभी तो यह शुरुआत है। मुझे पता है आगे का रास्ता भी अलग होगा और चुनौतियां भी अलग होंगी, लेकिन उसके लिए उसी तरह से तैयारियां करुंगी। उन्होंने कहा कि उनका पहला लक्ष्य भारतीय टीम में शामिल होना है। उसके बाद कामनवेल्थ गेम्स, फिर एशियन चैंपियनशिप, वर्ल्ड चैंपियनशिप और आखिर में पेरिस ओलिंपिक में मेडल जीतना है।

बेटी को मेडल जीतते देख मां की आंखे से छलके खुशी के आंसू

गोल्डन गर्ल ने जिम्नास्टिक से पहले टेनिस, फुटबाल और क्रिकेट सहित कई खेलों में हाथ आजमाया है, लेकिन उनका सफर जिम्नास्टिक पर आकर रुका। इस समय संयुक्ता गोल्ड मेडल जीत रही थी उस समय उनकी मां अर्चना काले भी वहीं थी और उनके चेहरे की मुस्कान के साथ आंखों में खुशी के आंसू बेटी की कामयाबी पर हो रहे गर्व को बंया कर रहे थे।


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