देशभर के 62 किसान संगठन करेंगे दिल्ली कूच, 23 को चक्का जाम का एलान
राष्ट्रीय किसान महासंघ के बैनर तले देशभर के देशभर के 62 किसान संगठन 23 फरवरी को दिल्ली के बहादुरगढ़ व केनाल बाइपास पर एकत्र होकर चक्का जाम करेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। किसानों की दो प्रमुख मांगों कर्ज माफी और डॉ. एमएस स्वामीनाथन की सिफारिश के मुताबिक फसलों के भाव तय करने के लिए देश के 62 किसान संगठन दिल्ली में एकजुट होंगे। 23 फरवरी को दिल्ली के बहादुरगढ़ और केनाल बाइपास पर ट्रैफिक जाम किया जाएगा।
पंजाब से भारतीय किसान यूनियन (कादियां) के प्रधान हरमीत सिंह कादियां, राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी के मेंबर गुरनाम सिंह, जगजीत सिंह, किसान नेता मेहर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि केंद्र सरकार उनकी मांगों के मुद्दे पर राजनीति कर रही है, लेकिन अब किसान आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब से किसान संगठन ट्रैक्टर ट्रॉलियां, तंबू और खाने-पीने का सामान लेकर दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
केंद्र सरकार ने कुल लागत पर डेढ़ गुणा लाभ देने की बात की गई है, उसका कुल लागत मूल्य के साथ कोई सही मापदंड नहीं है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए एएफएल (असली लागत और किसानी की मेहनत लागत) का फॉर्मूला लागू करने की बात कही है, जबकि सी टू पर 50 फीसद लाभ जोड़ कर एमएसपी तय करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसान देश के अलग-अलग हिस्सों में 176 स्थानों पर चक्का जाम करेंगे। किसान नेता गुरनाम सिंह ने अनुसार केंद्र सरकार उद्योगपतियों के हित के लिए काम कर रही है। सरकार ने उद्योगपतियों का 81683 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया है, जबकि पांच साल में यह संख्या 2.46 लाख करोड़ से ज्यादा है।
यह भी पढ़ेंः पर्यटक स्थल पिंजौर में रेसिंग कार झूले में फंसने से महिला की मौत