Chandigarh News: वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने के लिए तोड़फोड़ शुरू, 2024 तक होगा तैयार
Chandigarh News शहर में वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने को लेकर तेजी से काम चल रहा है गर्मियों में यात्रियों को निर्माणकार्य की वजह से कोई परेशानी न हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। इसके लिए रेलवे ने मौजूदा कार्यालयों को शिफ्ट कर दिया है।
चंडीगढ़, विकास शर्मा। शहर के रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। गर्मियों के मौसम में यात्रियों को निर्माणकार्य की वजह से कोई परेशानी न हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। इसके लिए रेलवे ने काम शुरू करने से पहले मौजूदा कार्यालयों को सचारू रूप से चलाने के लिए अस्थायी ढांचे में शिफ्ट कर दिया है।
अब मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर तोड़ने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। अधिकारियों की मानें तो शनिवार को इसे तोड़ने का काम शुरू हो जाएगा। मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर को तोड़ने से पहले इसकी बेरिकेटिंग कर दी है। पहले चरण चंडीगढ़ की तरफ छह आफिस प्रोजेक्ट के तहत तोड़े जाने हैं।
इनमें एक एग्जक्युटिव लांज, रिटायरिंग रूम, वेटिंग हाल और पांच कमरे तोड़े जाने तय है। इस निर्माण कार्य को रेल लैंड डिवलपमेंट अथारिटी की देखरेख में अहलुवालिया कांट्रेक्टस इंडिया लिमिटेड कंपनी की तरफ से किया जा रहा है।
पंचकूला की तरफ भी चल रहा है काम
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्वरूप देने के लिए कई स्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। पंचकूला की तरफ से बनाए जा रहा ढांचा अब उभर कर सामने आने लगा है।
पंचकूला की तरफ रिजर्वेशन काउंटर के साथ बन रही इस ईमारत में यात्रियों के लिए वेटिंग रूम, टायलेट, लांज और कैफेटेरिया बनाया जाएगा। रेलवे स्टेशन को ईपीसी (इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) बेसिस पर 462 करोड़ रुपये में बनाया जाना है।
अप्रैल 2024 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
नए सिरे से तैयार किए गए रेलने स्टेशन में आगमन और प्रस्थान के अलग-अलग क्षेत्र होंगे। प्लेटफार्म पर 72 मीटर चौड़ा रूफ प्लाजा बनाया जाएगा। यहां फूड कोर्ट और खुदरा दुकानें भी होंगी, जहां यात्री आरामदायक माहौल में अपनी ट्रेनों का इंतजार कर सकेंगे।
90 हजार यात्री प्रतिदिन क्षमता वाला यह नया रेलवे स्टेशन वर्ष 2053 तक की जरूरतों को पूरा करेगा।प्रोजेक्ट में जितनी भी कंस्ट्रक्शन होगी, वह ग्रीन बिल्डिंग की प्लेटिनम रेटिंग के आधार पर होगी। जिसमें एनर्जी कंजर्वेशन के लिए सोलर, वाटर ट्रीटमेंट के बाद इस्तेमाल हो सकेगा। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पार्किंग में चार्जिंग प्वाइंट होंगे। इसका निर्माणकार्य अप्रैल 2024 तक पूरा होगा।