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स्टडी वीजा के नाम पर 100 विद्यार्थियों से से दो करोड़ ठगे

इमीग्रेशन कंपनी ने 100 से अधिक विद्यार्थियों को स्‍टडी वीजा दिलाने के नाम पर दो करोड़ रुपये ठग लिये। पुलिस ने कंपनी की महिला डायरेक्‍टर को गिरफ्तार कर लिया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 27 May 2018 08:47 PM (IST)
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स्टडी वीजा के नाम पर 100 विद्यार्थियों से से दो करोड़ ठगे

जेएनएन, चंडीगढ़।इमिग्रेशन कंपनी ने कनाडा स्टडी वीजा पर भेजने के नाम पर 100 से ज्यादा विद्या‍थियों से से करीब दो करोड़ रुपये ठग लिये। इमिग्रेशन कंपनी की महिला डायरेक्टर को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। कंपनी के दूसरे डायरेक्‍टर की तलाश की जा रही है। महिला डायरेक्‍टर को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।

आरोपित महिला ज्योति ठाकुर को उसके सेक्टर-35 स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। कंपनी के दूसरे डायरेक्टर परमजीत सिंह की तलाश जारी है। डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि की शिकायत पहले एसएसपी विंडो पर आई थी। अप्रैल 2018 को शिकायत जांच व कार्रवाई के लिए आर्थिक अपराध शाखा को ट्रांसफर की गई।

शिकायतकर्ता गुरदासपुर निवासी इकबाल व उसके साथियों ने बताया कि उन्होंने सितंबर 2017 में एक न्यूज पेपर में सेक्टर-43 चंडीगढ़ स्थित हाई कमीशन फैकल्टी सर्विस नाम की इमिग्रेशन कंपनी का विज्ञापन  देखा था। इसके बाद इकबाल व उसके 16 दोस्तों ने कनाडा में स्टडी वीजा के लिए कंपनी में संपर्क किया था। इस दौरान कंपनी ने प्रति स्टूडेंट 2.65 लाख रुपये लेकर कनाडा में 45 दिन के अंदर स्टडी वीजा पर भेजने का वायदा किया।

शिकायत के अनुसार, सभी ने यह राशि दे दी, लेकिन किसी को भी वीजा नहीं दिया। पुलिस ने बताया कि अभी तक 48 शिकायतें मिली हैं। संबंधित कंपनी के सेक्टर-35 निवासी ज्योति ठाकुर और मोहाली के फेज-छह निवासी परमजीत सिंह डायरेक्टर हैं। दोनों पिछले तीन साल से इमिग्रेशन कंपनी संचालित कर रहे हैं।

डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि पहले 16 शिकायतें आई थी। लेकिन, मामला प्रकाश में आने के बाद अभी तक आर्थिक अपराध शाखा के पास कुल 48 शिकायतें आ चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार, मोहाली, खन्ना, मानसा, गुरदासपुर समेत कई स्थानों के रहने वाले अलग-अलग 100 से अधिक स्टूडेंट्स से ठगी हुई है।

   

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मोहाली में 14 इमीग्रेशन कंपनियों पर छापे

मोहाली : शहर में चल रही इमीग्रेशन कंपनियों के खिलाफ थानों में पहुंच रही शिकायतों के बाद पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डीसी गुरप्रीत कौर सपरा के निर्देशों के बाद शनिवार को एसडीएम रविंदरपाल सिंह ने पुलिस दल के साक फेज-7 में इमिग्रेशन कंपनियों के दफ्तरों में छापे मारे। कुल 14 इमीग्रेशन कंपनियों पर छापेमारी की गई थी, जिनमें पांच के दस्तावेज सही पाए गए। बाकी कंपनियों के अधिकारियों का कहना था कि उन्‍होंने लाइसेंस के लिए अप्लाई किया गया है। इन कंपनियों की रिपोर्ट तैयार कर डीसी को दी जाएगी, जिसके बाद उनके निर्देशों के तहत इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एसडीएम द्वारा छापेमारी की बात शहर में फैलते ही गैरकानूनी ढंग से दफ्तर खोलकर बैठे कुछ इमिग्रेशन कंपनी वाले दफ्तर बंद कर फरार हो गए। गौरतलब है कि मोहाली पंजाब का ऐसा जिला है, जहां इमीग्रेशन कंपनी वालों के खिलाफ ठगी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। अब तक मोहाली में 148 मामले दर्ज हो चुके हैं। कुछ शिकायतें थानों में पेंडिंग चल रही हैं, जिन पर जांच की जा रही है।