चंडीगढ़ के शिक्षक ऋषि राज को मिला ललित कला अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार, उपराष्ट्रपति ने विज्ञान भवन में दिया सम्मान
चंडीगढ़ के गवर्नमेंट माडल हाई स्कूल सेक्टर-48 में कार्यरत शिक्षक ऋषि राज तोमर को ललित कला अकादमी की तरफ से राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। ऋषि को यह पुरस्कार कला क्षेत्र में चित्रकारी क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिए दिया गया है।
चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। चंडीगढ़ के गवर्नमेंट माडल हाई स्कूल सेक्टर-48 में कार्यरत शिक्षक ऋषि राज तोमर को कला जगत में काम करने के लिए ललित कला अकादमी की तरफ से राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार ऋषि को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में नौ अप्रैल को दिया गया है। ऋषि राज वर्ष 2015 से चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में फाइन आर्ट शिक्षक के तौर पर कार्यरत है। ऋषि को यह पुरस्कार कला क्षेत्र में चित्रकारी क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिए दिया गया है।
ऋषि को इससे पहले बैंकॉक थाईलैंड में आयोजित ट्राईनेल इंटरनेशनल आर्ट कंपीटीशन में भाग लेने के लिए 5वां स्थान और पालैंड में आयोजित इंटरनेशनल विनैल पास्टल कंपीटिशन में सातवां स्थान मिला था। इसके अलावा वर्ष 2018-2019 में चंडीगढ़ ललित कला अकादमी की तरफ से सोहन कादरी फैलोशिप, वर्ष 2011-2012 में मिनिस्ट्री आफ कल्चर अफेयर की तरफ से यंग आर्टिस्ट स्कालरशिप मिल चुकी है।
कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी के छात्र रहे है ऋषि
ऋषि राज ने बैचलर इन फाइन आर्ट्स और मास्टर की डिग्री हरियाणा के कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी से पूरी की है। वर्ष 2012 में मास्टर की डिग्री पूरी करने के बाद ऋषि ने तीन वर्ष तक यूनिवर्सिटी में ही काम किया है जिसके बाद वर्ष 2015 में चंडीगढ़ शिक्षा विभाग से जुड़े।
समाज को गहराई से प्रभावित करती है कला
ऋषि राज तोमर ने बताया कि कला कोई भी हो वह समाज को गहराई से प्रभावित करती है। मैंने जो भी चित्रकारी या फिर अन्य आर्ट वर्क करता हूं उसमें हर बार समाजिक थीम रहता है। समाजिक थीम समाज को अपग्रेड करने के साथ विकास में भी योगदान देता है। स्कूल में स्टूडेंट्स को कला की पढ़ाई कराने के साथ खुद के शौक के लिए विभिन्न एग्जीबिशन में भाग लेता हूं। एग्जीबिशन भाग लेने के लिए मैं चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में भी धन्यवादी हूं क्योंकि उन्हीं के सहयोग से मैं पढ़ाई करवाने के साथ शौक को पूरा कर रहा हूं।