आप में जारी है माफी पर महासंग्राम, सिसौदिया की बैठक में 10 विधायक ही पहुंचे
पंजाब आप के नेताओं और केंद्रीय नेतृत्व के बीच तल्खी आैर बढ़ गई है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी मनीष सिसौदिया द्वारा बुलाई बैठक में 20 में से 10 विधायक ही पहुंचे।
जेएनएन, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा नशा तस्करी के आरोपों को लेकर शिअद महासचिव व पूर्व राजस्व मंत्री बिक्रम मजीठिया से माफी मांगने के बाद मचा सियासी बवाल थामने के लिए आज दिल्ली में बैठक बुलाई गई थी। इस मामले पर पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसौदिया द्वारा दिल्ली में बुलाई बैठक में 10 विधायक ही पहुंचे। विधायक दल के नेता सुखपाल सिंह खैहरा, कंवर सिद्धू सहित कई वरिष्ठ नेता बैठक में नहीं गए हैं।
करीब तीन घंटे तक चली बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि आने वाले सत्र को देखते हुए सुखपाल खैहरा आप विधायक दल के लीडर बने रहेंगे। वहीं, पार्टी विद्रोह करने वाले किसी भी विधायक पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करेगी। सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल सुखपाल सिंह खैहरा को दिल्ली भी बुलाने जा रहे हैं, ताकि इस संकट से निकला जा सके। इस बीच पार्टी उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले अमन अरोड़ा ने स्पष्ट किया है कि वह अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह आम आदमी पार्टी के ही साथ है।
इससे पहले शनिवार को केजरीवाल के वकील ने मजीठिया से माफी मांंगने का ठीकरा पंजाब के आप नेताओं पर फोड़ा है। इससे पंजाब के आप नेताओं का गुस्सा और भड़क गया है। पार्टी के पंजाब प्रभारी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने पंजाब के आप विधायकों को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया। इस पर आप विधायक दल के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि वह दिल्ली नहीं जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर हुई बैठक में उपप्रधान पद से इस्तीफा देने वाले विधायक अमन अरोड़ा, कुलतार सिंह, अमरजीत सिंह, सर्वजीत कौर, रुपिंदर रूबी, बलजिंदर कौर, जय किशन रोड़ी, मंजीत सिंह, हरपाल चीमा और बुद्ध राम पहुंचे। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे।
वकील का वीडियो सामने आने के बाद पंजाब के विधायकों में और बढ़ा गुस्सा
वकील का कहना है कि पंजाब की टीम की तरफ से न तो कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई गई और न ही केस लडऩे के लिए स्थानीय वकीलों का इंतजाम किया गया। जब मैंने पंजाब के एक बड़े नेता से स्थानीय वकील करने को कहा तो उन्होंने कहा कि वकील तीन लाख रुपये मांग रहा है। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि केस को कमजोर किया जा रहा था। इससे परेशान होकर केजरीवाल ने माफी मांग ली। आप पंजाब के सूत्र बताते हैं कि वीडियो में केजरीवाल की तरफ से केस की पैरवी करने वाले वकील ऋषि हैं।
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पंजाब टीम पर आरोप निराधार : खैहरा
दूसरी ओर, आप विधायक दल के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने मानहानि मामले में पंजाब के नेताओं द्वारा सहयोग न करने आरोपों को निराधार व आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का पंजाब के हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं ने साथ दिया। केजरीवाल जब जमानत के लिए पहुंचे तो पंजाब के हजारों कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर उनका साथ दिया। अब ऐसा आरोप लगाना तुच्छ मानसिकता का परिचायक है।
तीन विधायकों ने शनिवार को दिल्ली में केजरीवाल से की थी मुलाकात
इससे पहले श्ानिवार को आप के तीन विधायकों ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से उनके निवास पर मुलाकता की। ये हैं तलवंडी साबो से विधायक बलजिंदर कौर, रूपनगर के विधायक अमरजीत सिंह व फरीदकोट के विधायक कुलतार सिंह। यि तीनों विधायक तीन दिन पहले हुई आप विधायक दल की बैठक में केजरीवाल क समर्थन में पजर आए थे। तीनों विधायकों ने माफी मांगने का कारण जानने की कोशिश की, लेकिन बताया जाता है कि वे मुलाकात के बाद संतुष्ट नजर नहीं आए। इस मुलाकात के दौरान मनीष सिसौदिया भी मौजूद थे।
पंजाब के विधायक स्वतंत्र इकाई बनाएं : फूलका
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दाखा (लुधियाना) से विधायक एचएस फूलका ने कहा है कि पंजाब के पार्टी विधायकों को अपनी स्वतंत्र इकाई बनानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि पंजाब के व्यापक हित में यही फैसला उचित होगा।
पंजाब के पूर्व प्रभारी संजय सिंह ने बिगाड़े समीकरण
आप पंजाब के पूर्व प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के शनिवार को पूरे मामले में बयान से केजरीवाल को पंजाब में बड़ा सियासी धक्का लगा है। संजय ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि नशे को लेकर मजीठिया के खिलाफ दिए गए बयान पर वह हमेशा अडिग रहेंगे। पंजाब में आप नेता एक ही मामले में केजरीवाल व संजय के अलग-अलग स्टैंड को लेकर हैरान हैं। पार्टी नेताओं ने अंदरखाते कहना शुरू कर दिया है कि जब संजय मजीठिया के खिलाफ केस लडऩे में पीछे नहीं हटे तो केजरीवाल क्यों? कहीं माफी मांगने के पीछे कोई और सियासी कारण तो नहीं हैं।