Move to Jagran APP

कैप्‍टन का पंजाब की नौकरियों में हरियाणा की तर्ज पर कोटे से इन्कार, कहा- वहां का माडल सही नहीं

पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्‍य में नौकरियोंं में हरियाणा के तर्ज पर कोटा नहीं दिया जाएगा। उन्‍हाेंने कहा कि हरियाणा का कोटा माॅडल सही नहीं है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 01:55 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 01:55 PM (IST)
कैप्‍टन का पंजाब की नौकरियों में हरियाणा की तर्ज पर कोटे से इन्कार, कहा- वहां का माडल सही नहीं

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्‍य मेंं नौकरियों में हरियाणा की तर्ज पर कोटे की संभावना से इन्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी नजर में इस संबंध में पड़ोसी राज्य की ओर से हाल ही में लिया गया फैसला न्यायिक जांच पर खरा नहीं उतर सकेगा। हम पंजाब में इस तरह का कदम नहीं उठा सकते हैं। बता दें कि हरियाणा में नौकरियों में राज्‍य के लोगों काे 75 फीसद आरक्षण दिया गया है।

loksabha election banner

हरियाणा का फैसला अदालतों की जांच में खरा नहीं उतरेगा, संविधान भेदभाव की इजाजत नहीं देता

मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने फेसबुक लाइव में एक सवाल के जवाब में कहा कि पंजाब में नाैकरियों में इस तरह का कोटा तय नहीं किया जा सकता है। उनसे पूछा गया कि उनकी सरकार हरियाणा मॉडल क्यों नहीं अपना सकती, क्योंकि पंजाब में ज्यादातर बाहरी व्यक्ति ही नौकरियां हासिल कर रहे हैं, इस पर उन्‍होंने कहा कि इस तरह का कदम उचित नहीं है।

पंजाबी पूरे देश में नौकरियां कर रहे, किसी राज्य में कोई पाबंदी नहीं

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि संविधान और कानून नौकरियों के मामले में ऐसे किसी भी भेदभाव की इजाजत नहीं देता। पंजाबी पूरे देश में नौकरियां कर रहे हैं और किसी राज्य में इन पर कोई पाबंदी नहीं है। हम दूसरे राज्यों के नौजवानों को पंजाब में नौकरियां लेने से नहीं रोक सकते। मेरी नजर में हरियाणा का फैसला अदालतों की जांच में खरा नहीं उतर पाएगा।

गैंगस्टर विकास दुबे के उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर पर कैप्टन ने कहा कि वह इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन कांग्रेस की ओर से जांच की मांग करना बिल्कुल जायज है। सत्य सामने आना चाहिए।

ढींडसा के पार्टी बनाने से मेरा कोई लेना-देना नहीं

यह पूछे जाने पर‍ कि क्‍या सुखदेव सिंह ढींडसा ने अपनी पार्टी कांग्रेस की शह पर बनाई है, कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि कांग्रेस किसी भी तरीके से शिरोमणि अकाली दल की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करती है। ढींडसा जीवन भर अकाली दल की राजनीति करते रहे। उन्हें लोकतंत्र में पूरा अधिकार है कि वह अपनी पार्टी बना सकें। वैसे भी अकाली दल कोई पहली बार नहीं टूटा है। 1984 में ही सात अकाली दल थे। यह पार्टी तो टूटती रहती है। जो हालात है 2-4 अकाली दल और बन जाएंगे।

तुली लैब में फर्जीवाड़े की जांच के लिए कैप्टन ने बनाई एसआइटी

सीएम कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि अमृतसर की प्राइवेट तुली लैब में कोरोना रिपोर्टों के फर्जीवाड़े की जांच के लिए तीन सदस्यों वाली स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) गठित की गइ€र्है। इसमें अमृतसर के पुलिस कमिश्नर, एडीसी और सिविल सर्जन शामिल होंगे। गौरतलब है कि तुली लैब में नेगेटिव केस को पॉजिटिव बनाकर इलाज के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ऐंठने का मामला सामने आया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई महामारी में लोगों को लूटने का प्रयास करे, यह बर्दाश्त नहीं होगा। 15 दिनों में कोई गिरफ्तारी नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विजिलेंस ने छापेमारी की थी, लेकिन तुली लैब ने कोर्ट में कहा है कि विजिलेंस जांच नहीं कर सकती। इसलिए तीन सदस्यों वाली एसआइटी बनाई गई है। केस पंजाब पुलिस को ट्रांसफर किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं। उन्होंने शिअद विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया की उस मांग का विरोध किया, जिसमें उन्होंने तुली लैब की जांच को जिला पुलिस से वापस लेने के लिए कहा था। कैप्टन ने कहा कि अकाली नेता का यह बयान पुलिस का मनोबल गिराने वाला है।

यह भी पढें: हरियाणा भाजपा नए प्रधान की घोषणा से पहले दुष्‍यंत चाैटाला अचानक अमित शाह से मिले, कई चर्चाएं


यह भी पढें: राफेल अंबाला से इसी माह से भरेगा उड़ान, पार्ट्स आने शुरू, एयरबेस पर नए हैंगरों का


यह भी पढें: स्‍ट्रीट लाइट के नीचे पढ़ाई कर मजदूर की बेटी ने किया कमाल,10वीं बोर्ड परीक्षा में मेरिट

यह भी पढें: तीन बे‍टियों के जज्‍बे से लोग अभिभूत, कोराेना संकट पिता का बन गईं संबल


यह भी पढें: कमाल का घोटाला, लाहौर तक आटा पहुंचाने के लिए बिछाई रेल लाइन गायब

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.