प्रशासन की चेतावनी : वैक्सीन नहीं लगवाई तो मार्केट से खरीदकर लगवानी होगी
बार-बार रिमाइंडर भेजने के बाद भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले हेल्थ केयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यू) और फ्रंटलाइन वारियर्स (एफएलडब्ल्यू) के खिलाफ अब प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर निर्धारित समयसीमा में वैक्सीन नहीं लगवाई तो कुछ दिनों बाद इन्हें मार्केट में लाइनों में लगकर इसे खरीदकर लगवाना पड़ेगा। निशुल्क वैक्सीन लगवाने का मौका इसके बाद नहीं मिलेगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :
बार-बार रिमाइंडर भेजने के बाद भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले हेल्थ केयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यू) और फ्रंटलाइन वारियर्स (एफएलडब्ल्यू) के खिलाफ अब प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर निर्धारित समयसीमा में वैक्सीन नहीं लगवाई, तो कुछ दिनों बाद इन्हें मार्केट में लाइनों में लगकर इसे खरीदकर लगवाना पड़ेगा। निशुल्क वैक्सीन लगवाने का मौका इसके बाद नहीं मिलेगा। कोविड वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए बनाई स्टेट स्टीरिग कमेटी की रिव्यू और अपडेट मीटिग के बाद एडवाइजर मनोज कुमार परिदा ने ट्वीट कर यह बात कही। उन्होंने अपने ट्वीट से स्पष्ट कर दिया कि कई बार सूचना के बाद भी जो वैक्सीनेशन लगवाने नहीं आ रहे उन्हें यह अंतिम मौका मिल रहा है। मीटिग में डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डा. अमनदीप कंग ने कोविड वैक्सीनेशन पर रजिस्टर्ड लाभार्थियों का डाटा शेयर किया। अभियान में आ रही दिक्कतों को भी उन्होंने मीटिग में रखा। उन्होंने बताया कि शहर में अलग-अलग लोकेशन पर 15 सेशन साइट स्थापित की गई हैं। जहां रजिस्टर्ड हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वारियर्स पहुंचकर वैक्सीन लगवा सकते हैं। घबराहट की वजह से नहीं लगवा रहे वैक्सीन
हेल्थ डायरेक्टर डा. अमनदीप कंप ने बताया कि वैक्सीन के प्रति हिचकिचाहट या घबराहट वैक्सीन अभियान को धीमा करने का मुख्य कारण है। हालांकि कमेटी ने हेल्थ डिपार्टमेंट के इस डर को दूर करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। जिसमें वर्कर्स के सभी सवालों का जवाब देकर उन्हें सकारात्मक किया जा रहा है। इस डर को दूर करने के लिए काउंसलिग सेशन, विज्ञापन, एफएम रेडियो पर टॉक, नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियां की जा रही हैं। हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए आज अंतिम दिन
प्रशासन ने अब एचसीडब्ल्यू और एफएलडब्ल्यू के लिए वैक्सीन लगवाने की समयसीमा तय कर दी है। हेल्थ केयर वर्कर्स को 20 फरवरी तक और फ्रंट लाइन वॉरियर्स को एक मार्च तक ही निशुल्क वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद भी अगर कोई रहता है तो उसे मार्केट में उपलब्ध होने के बाद खरीदकर वैक्सीन लगवानी होगी। सभी संस्थानों को आग्रह किया गया कि वह अपने यहां कार्यरत इंप्लाइज को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित करें।