बीसीसीआइ तरसा रहा क्रिकेट स्टेडियम को
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : स्मार्ट सिटी बनने की ओर अग्रसर सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ का ऐतिहासिक से
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :
स्मार्ट सिटी बनने की ओर अग्रसर सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ का ऐतिहासिक सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम एक अदद अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी के लिए तरस रहा है। शहर के क्रिकेट पर बीसीसीआइ की सीधी मान्यता न होने की भी मार पड़ रही है। इसी कारण यहां अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन नहीं हो पा रहा। मान्यता नहीं मिलने और अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी से वंचित होने की वजह से शहर और उभरती क्रिकेट प्रतिभाओं की पहचान गुम होकर रह गई है। बीते महीने बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर पिछले महीने यहां पर जोनल ट्रेनिंग कैंप में खिलाड़ियों से तो मिले पर उनका ध्यान इस तरफ नहीं गया।
रणजी व अभ्यास मैचों तक सीमित है स्टेडियम
शहर सही मायने में स्मार्ट तभी कहलाएगा जब यहां क्रिकेट के साथ अन्य खेलों को भी बढ़ावा मिलेगा। आइपीएल, चैंपियंस लीग टी-20 और अंतरराष्ट्रीय मुकाबले की बात छोड़ भी दें तो यहां पर रणजी स्तर के मैच के आयोजन के लिए भी पड़ोसी राज्यों की क्रिकेट एसोसिएशन के रहमो करम पर निर्भर रहना पड़ता है। कुल मिलाकर इस स्टेडियम के खाते में किसी भी स्तर के मैच की मेजबानी मिलना पड़ोसी राज्यों की क्रिकेट एसोसिएशनों की इच्छा पर निर्भर करता है। आंकड़ों पर गौर करे तो बीते दो वर्षो में पंजाब-मुंबई के बीच रणजी मैच का आयोजन हो सका है।
करोड़ों रुपये के फ्लड लाइट वाले इस स्टेडियम की भूमिका विदेशी दौरे पर आने वाली टीमों के अभ्यास तक सीमित होकर रह गई है। कुल मिलाकर बिना अंतरराष्ट्रीय मैच के यहां की आधारभूत सुविधा भी जंग खा रही हैं। मान्यता नहीं होने से शहर की उभरती क्रिकेट प्रतिभाओं को प्रथम श्रेणी मैच खेलने के लिए पड़ोसी राज्यों की क्रिकेट एसोसिएशन की शरण लेनी पड़ रही है
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टी-20 का हो सकता है आर्दश आयोजन स्थल :
शहर के बीचो-बीच होने की वजह से क्रिकेट स्टेडियम टी-20 का आदर्श आयोजन स्थल हो सकता है। अगर यहां आइपीएल और चैंपियंस लीग के मुकाबले होंगे तो शहर की पहचान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कायम रहेगी।
........................ सात वर्ष पूर्व हुआ था अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच
स्टेडियम में अंतिम बार आठ वर्ष पूर्व 2007 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन किया गया था। तब इस मैच की आयोजक हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन थी। स्टेडियम में तब यह अंतरराष्ट्रीय मैच 14 वर्षो के अंतराल में हुआ था।
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अब तक किन अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी
भारत-इंग्लैंड वर्ष 1985
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड 1987
भारत-बंगलादेश 1990
भारत-इंग्लैंड 1993
भारत-ऑस्ट्रेलिया 2007
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भारत-श्रीलंका 1990 एकमात्र टेस्ट मैच
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आइपीएल कराने की योजना भी ठंडे बस्ते में :
किंग्स इलेवन पंजाब ने वर्ष 2009 के दौरान यहां पर आइपीएल मैच कराने में दिलचस्पी दिखाई थी, इस कड़ी में किंग्स इलेवन और प्रशासन के खेल विभाग के अधिकारियों ने स्टेडियम का दौरा किया था। लेकिन तब यहां पर फ्लड लाइट नहीं लगने और आइपीएल के दक्षिण अफ्रीका में शिफ्ट होने की वजह से योजना हमेशा के लिए ठंडे बस्ते में चली गई।
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स्टेडियम से निकले है कई
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर
-कपिल देव
-युवराज सिंह
-वीआरवी सिंह
-चेतन शर्मा
-अशोक मल्होत्रा
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फोटो --धौनी
धौनी को पहचान भी यहीं मिली
भारतीय वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को भी इसी स्टेडियम से सही मायने में पहचान मिली थी। वर्ष 2005 में हरियाणा-झारखंड के बीच हुए रणजी ट्राफी के मैच में धौनी ने शतक लगाकर टीम इंडिया में एंट्री की थी।
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फोटो - भज्जी
भज्जी का सफर यहीं से शुरू
शहर के क्रिकेट स्टेडियम में पेस अकादमी की स्थापना के वक्त टर्बनेटर हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर भी यहां से शुरू हुआ था।