मैथ्स ओलंपियाड 21, पहले एक हजार विद्यार्थियों को मिलेगा नकद पुरस्कार
कोरोना के चलते अभी कुछ समय से पहले ही शिक्षक संस्थाओं को बंद कर दिया गया है।
संस, बठिडा: कोरोना के चलते अभी कुछ समय से पहले ही शिक्षक संस्थाओं को बंद कर दिया गया है। इसलिए सभी बच्चों को आनलाइन स्टडी ही करवाई जा रही है, लेकिन कहीं न कहीं अभिभावकों को पूरे लाकडाउन में यह शिकायत रही है कि बच्चों को प्रैक्टिकल विषय कैसे करवाए जाएंगे। इसलिए अब शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में विद्यार्थियों का मैथ्स ओलंपियाड करवाने का फैसला किया है, जोकि छठी कक्षा से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों का 21 जनवरी को अलग-अलग करवाया जाएगा।
इसमें विद्यार्थियों को आब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाएंगे। मैथ्स ओलंपियाड में क्लास छठी से आठवीं तक के स्टूडेंट्स के लिए 30 मल्टीपल च्वाइस सवाल होंगे, जबकि नौवीं से दसवीं क्लास तक के स्टूडेंट्स के लिए 35 मल्टीपल च्वाइस सवाल होंगे। मेरिट के लिए सही विद्यार्थियों के चयन के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारी और डिप्टी डीईओ सेकंडरी, बीपीईओ और ब्लाक व जिला मेंटर की देखरेख में ड्यूटी लगाई जाएगी। हालांकि स्कूल बंद होने के कारण अभी तक यह फैसला नहीं लिया गया कि टेस्ट आनलाइन होंगे या आफलाइन। हालांकि इस संबंध में डिप्टी डीईओ इकबाल सिंह बुट्टर ने बताया कि परीक्षा आफलाइन की कोई भी हिदायतें जारी नहीं की गई हैं। अगर आने वाले दिनों में स्कूल नहीं खुले तो परीक्षा आनलाइन ही ली जाएगी। विद्यार्थियों की मैथ्स में दिलचस्पी बढ़ाने की कवायद मैथ्स ओलंपियाड का मुख्य मकसद विद्यार्थियों को मैथ्स विषय में दिलचस्पी पैदा करवाना है। ओलंपियाड के दौरान विद्यार्थियों को मैथ्स विषय की बारिकियां सीखने को मिलेंगी। शिक्षा विभाग का कहना है कि जो बच्चे मैथ्स विषय में काफी अच्छे हैं। उनको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा। इसके तहत हर क्लास के पहले एक हजार स्थान हासिल करने वाले बच्चों का हौसला बढ़ाने के मकसद से विभाग ने 500 रुपये प्रति विद्यार्थी के हिसाब से कैश प्राइज औरकेरिट सर्टिफिकेट देने का ऐलान भी किया है। यह ओलंपियाड 21 जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक लिया जाएगा और इसके नतीजे 31 जनवरी को ब्लाक को सौंप दिए जाएंगे। इसके बाद बीएम की तरफ से विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।