दो अकेली महिलाओं को पाक वीजा दिलवाने के मामले की जांच करवाएगी एसजीपीसी
एसजीपीजी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि पाकिस्तान भेजे जाने वाले जत्थे के साथ दो अकेली महिलाओं को वीजा दिलवाने की असफल कोशिश की जांच करवाई जाएगी।
जेएनएन, अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा है कि महाराजा रणजीत सिंह के बरसी समागम के लिए पाकिस्तान भेजे जाने वाले जत्थे के साथ दो अकेली महिलाओं को वीजा दिलवाने की असफल कोशिश की जांच करवाई जाएगी। एसजीपीसी के यात्रा विभाग ने इस मामले में क्या भूमिका निभाई है, इसकी भी जांच होगी।
दो अकेली महिलाओं को पाकिस्तान का वीजा दिलवाने को एसजीपीसी के सदस्य व पूर्व अकाली मंत्री गुलजार ङ्क्षसह रणीके के पुत्र गुरङ्क्षवदर ङ्क्षसह लाली रणीके की ओर से सिफारिश करते हुए यात्रा विभाग को महिलाओं के पासपोर्ट जमा करवाए गए थे।
रणीके का दावा था कि दोनों महिलाएं उनकी और परिवार की करीबी हैं। इन महिलाओं की लिखित रूप में उनकी ओर से जिम्मेदारी ली गई थी। इसके बावजूद यात्रा विभाग ने इन महिलाओं के पासपोर्ट व नाम यात्रियों की सूची में शामिल नहीं किए। बाद में इनकी जानकारी सरकार से छुपाते हुए इनके नाम सीधे पाक एंबेसी भेज दिए गए। लोंगोवाल ने कहा कि जांच के दौरान इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
एक सवाल के जवाब में लोंगोवाल ने कहा कि किरण बाला मामले में कहा कि किरण बाला की सिफारिश सुलखन सिंह भंगाली ने तलबीर सिंह गिल का नाम क्यों इस्तेमाल किया था, अभी इस बात की रिपोर्ट उनके पास नहीं पहुंची है। रिपोर्ट मिलने पर ही मामले में अगली कार्रवाई की जाएगी।
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