जेटली ने कहा, भारत के खिलाफ साजिश रच रहा पाक
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान पर भारत को कमजोर करने की साजिश रचने के आरोप लगाया। कहा, इस साजिश में देश की कुछ ताकतें भी शामिल हैं।
जेएनएन, अमृतसर। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कश्मीर में आतंकवाद, कारगिल युद्ध व पत्थरबाजी की घटनाओं के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि देश को कमजोर करने की साजिशें सीमा के उस पार से रची जा रही हैं। देश के भीतर की कुछ ताकतें भी इस साजिश में भागीदार है। भाजपा देशद्रोही ताकतों के विरुद्ध चट्टान की भांति खड़ी है। देश को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा। जेटली गत देर सायं शहीद स्थल जलियांवाला बाग में तिरंगा यात्रा निकालने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
जेटली ने कहा कि एक मजबूत भारत का निर्माण कर देश को विकास की नई दिशा देने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने लिया है। देशभक्ति व देशद्रोह के बीच छिड़ी राजनीतिक बहस में भाजपा देश भक्ति की धारा को मजबूत करने, देश की एकता व अखंडता के लिए हर बलिदान देने को तैयार है। देशभर में शुरू की गई तिरंगा यात्रा का उद्देश्य जन-जन तक देशभक्ति की भावना को पैदा करना है।
अमृतसर में तिरंगा यात्रा को लेकर आयोजित समारोह के दौरान मंचपर बैठे केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला के साथ चर्चा करते हुए।
उन्होंने कहा कि पंजाब ने देश की आजादी के लिए सबसे अधिक कुर्बानियां दी हैं। पंजाब का देशभक्ति का एक इतिहास रहा है। पंजाब की देशभक्त जनता ने आतंकवाद को भी जड़ से खत्म कर एक नया इतिहास रचा।
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जेटली ने कहा कि देशभक्ति को लेकर भारत में बड़ी बहस जारी है। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देश के टुकड़े-टुकड़े के देशद्रोही नारों के विरुद्ध भाजपा डटकर खड़ी हो गई। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि वह बिना सोचे समझे इन देशद्रोहियों का समर्थन करने वहां पहुंच गए। संसद में भी इन देशद्रोहियों के समर्थन में कई ताकतें खड़ी हो गईं। भाजपा ने इस अवसर का प्रयोग किया और पूरे देश में वैचारिक बहस को जन्म दिया।
जेटली ने कहा कि पांच दिन पूर्व विदेशी फंडिंग से चलने वाली एक संस्था के कार्यक्रम में बेंंगलुरू में भी देशद्रोही नारे लगे। इसको लेकर भी भाजपा ने बहस छेड़ी। दुख का विषय है कि बेंगलुरू के गृह मंत्री ने इन देशद्रोहियों के समर्थन में कह दिया कि उन्हें इस संस्था के सदस्यों द्वारा लगाए गए नारे देशद्रोही नहीं लगते। यह चिंता का विषय है।