Move to Jagran APP

इस पौधे में मिले Cancer को खत्म करने वाले असरदार तत्व, जापान के वैज्ञानिक पहुंचे GNDU

वैज्ञानिकों ने अश्वगंधा में ऐसे कंपोनेंट ढूंढ निकाले हैं जो कैंसर जैसी नामुराद बीमारी को भी खत्म करने में सक्षम हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 11:36 AM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 02:00 PM (IST)
इस पौधे में मिले Cancer को खत्म करने वाले असरदार तत्व, जापान के वैज्ञानिक पहुंचे GNDU

जेएनएन, अमृतसर। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने जापान की इंटरनेशनल लेबोरटरी फॉर एडवांस बायो मेडिसन (एआइएसटी) के साथ मिलकर अश्वगंधा में ऐसे कंपोनेंट ढूंढ निकाले हैं, जो कैंसर जैसी नामुराद बीमारी को भी खत्म करने में सक्षम हैं। जापान की डाई लैब ने जीएनडीयू के साथ समझौता किया है, ताकि जीएनडीयू के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में अश्वगंधा के टिश्यू को तैयार किया जा सके, जिसमें कैंसर को खत्म करने के तत्व भरपूर मात्र में होते हैं।

loksabha election banner

जीएनडीयू में पहुंची जापान की वैज्ञानिक डॉ. रेणू वधवा और डॉ. सुनील कौल ने वीसी जसपाल सिंह संधू और विभाग हेड डॉ. प्रताप कुमार पत्ती के साथ मुलाकात की। डॉ. रेणू और डॉ. कौल ने बताया कि अश्वगंधा बहुत गुणकारी पौधा है, लेकिन इसमें कुछ ऐसे कंपोनेंट पाए जाते हैं, जो कि कैंसर के सेल को खत्म कर देते हैं।

2003 से की जा रही रिसर्च

डॉ. रेणू वधवा ने बताया कि उनकी यह रिसर्च 2003 से चल रही है। मानव शरीर में होने वाले हर तरह के कैंसर के सेल इकट्ठा किए गए। उसके बाद अश्वगंधा के अंदर भी पाए जाने वाले अलग-अलग तत्वों के साथ इनका मेल करवाया गया। इसमें पाया गया कि अश्वगंधा के अंदर पाए जाने वाला विदआफरिन -ए कैंसर के सेल खत्म कर रहा है, क्योंकि अश्वगंधा की खेती बहुत सारी जगहों पर की जाती है।

25 डिग्री तापमान में तैयार किया जाता है अश्वगंधा

बायोटेक्नोलॉजी विभाग के हेड डॉ. प्रताप कुमार पत्ती ने बताया कि लैब में तैयार किया जाने वाला टिश्यू 25 डिग्री तापमान में तैयार किया जाता है। आम खेतों में उगाए जाने वाला पौधा 45 डिग्री में भी तैयार हो जाता है। अश्वगंधा की खेती गर्मी में शुरू होती हैं। लैब में तापमान कंट्रोल कर इस पौधे का टिश्यू तैयार किया जाता है, ताकि इसमें पाया जाने वाला विदआफरिन-ए को नुकसान न हो।

यह भी पढ़ें : 16 बार ढहा घर, पर नहीं टूटने दिया सपना; फुटपाथ पर बैठकर पढ़ने वाली बेटी बनी जज

यह भी पढ़ें: बदले-बदले नजर आए बादल, कहा- धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों से छेड़छाड़ कर सकती है देश को कमजोर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.